मिरर मीडिया : पवित्र हिंदू धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस पर नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा दिए गए विवादित बयान को लेकर विवाद और भी बढ़ता जा रहा है। बेतुका बयान के बाद समेत उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रामचरितमानस की प्रतियां जलाए जाने को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 10 लोगों के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने के मामले में केस दर्ज किया गया है।
आरोपियों के नाम महेंद्र प्रताप यादव, देवेंद्र यादव, यशपाल सिंह लोधी, एसएस यादव, सुजीत, नरेश सिंह, सलीम और संतोष वर्मा हैं।
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विदित हो कि बीते रविवार को समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में अखिल भारतीय ओबीसी महासभा सड़कों पर उतर कर ओबीसी महासभा ने पीजीआई के वृंदावन योजना में रामचरितमानस की प्रतियां जलाई थी जिससे यह विवाद को मानो और हवा दे दी गई।
वहीं ओबीसी महासभा के इस कदम को लेकर लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिली थी। इधर विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने ट्वीट कर लिखा था कि, अखिलेश से मिलने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों द्वारा श्री रामचरितमानस को लखनऊ के वृंदावन योजना में जलाए जाने की खबर हृदय विदारक है। हमें विश्वास है कि यूपी पुलिस हिंदू द्रोहियों को सबक सिखाएगी।
उधर, स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर कहा कि, धर्म की दुहाई देकर आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों व महिलाओं को अपमानित किए जाने की साजिश का विरोध करता रहूंगा, जिस तरह कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलती उसी प्रकार इनको सम्मान दिलाने तक मैं भी अपनी बात नहीं बदलूंगा।