मिरर मीडिया : बीती रात करीब 10:30 बजे SNMMCH में चित्कार मारते एक के बाद एक मरीज आ रहे थे। बच्चे और बड़े सभी को उल्टियां और दस्त हो रही थी बच्चों की हालत खराब हो रही थी चिकित्सक नर्स और कई वार्ड बॉय भागदौड़ में लगे थे शरीर में पानी की कमी ना हो इसलिए सब को तुरंत पानी (ग्लूकोज) लगाया गया।

बता दें कि काफी संख्या में अस्पताल परिसर में भीड़ मौजूद थी। मौके पर विधायक राज सिन्हा, डॉ यूके ओझा वीडियो ज्ञाननेंद्र कुमार , मुखिया जगदीश रामानी झामुमो के जग्गू महतो सभी के सहयोग में जुटे हुए थे।

मामला कर्माटांड़ पंचायत के हुचक तांड का है जहां चड़क पूजा के दौरान मेला लगा हुआ था इस दौरान सभी मेले में चाट और गुपचुप खाए जिसके बाद सभी की तबीयत बिगड़ गई। वहीं मामले पर जानकारी देते हुए मुखिया जगदीश रवानी ने बताया कि करीब 200 मरीज SNMMCH में भर्ती करवाए हैं चड़क पूजा के दौरान गुपचुप और चाट खाने से सभी की तबीयत खराब हो गई थी पर अभी सब खतरे से बाहर है।

इधर मरीजों का हाल-चाल जान रहे विधायक राज सिन्हा ने बताया कि करीब 200 मरीज बड़े और बुजुर्ग मिलाकर यहां पहुंचे हैं सभी मरीजों को वार्ड में शिफ्ट करा दिया गया है सभी मरीज खतरे से बाहर है।
वही इलाज कर रहे डॉ यूके ओझा ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग की वजह से इनकी हालत खराब हुई है अभी सभी खतरे से बाहर है।
फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए करीब 200 लोगों की सूचना पर जिला प्रशासन सजग हुई और उपायुक्त के निर्देश पर बलियापुर सीओ मौके पर पहुंचे जहां उन्होंने अस्पताल में स्थिति का जायजा लिया साथ ही उचित इलाज हेतु चिकित्सकों से वार्ता की। बलियापुर सीओ आधी रात को फुचुक टांड पहुंचे जहां उन्होंने बताया कि अभी सभी लोग खतरे से बाहर है कुछ मरीज को जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। आनन फानन में सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा भी अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।
कुल मिलाकर प्रशासन, जनप्रतिनिधि और चिकित्सकों द्वारा त्वरित करवाई और सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से टल गया। लेकिन विषाक्त भोजन से जिस तरह से इतने लोगो की हालत खराब हुई ऐसे में जिला प्रशासन को पूरे मामले की तह तक जांच करने की जरूरत है।