मिरर मीडिया : धनबाद में अपराधियों का मनोबल ऐसे ही चरम पर नहीं है। पहले तो व्यवसायियों को फोन कर धमकी देने का मामला लगातार सामने आता रहा है लेकिन अब व्यापारियों के साथ–साथ अधिकारियो को भी धमकी भरे फोन आने लगे है।
बता दें कि ताजा मामला में राज्य बाल संरक्षण आयोग के अधिकारी को फोन पर धमकी दी जा रही है। जिसके बाद राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सुनील वर्मा ने धनबाद थाने में इसकी लिखित शिकायत की है।
वहीं इस मामले की जानकारी देते हुए राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सुनील वर्मा ने कहा है कि बीपीएल जाँच विषय पर गड़बड़ी पाई गई थी उसकी पुनः जांच करने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा कैम्प लगाया है। उसी के संबंध में 8 जुलाई को करीबन 1 बजे शाहिल खान नामक व्यक्ति का फोन आया और जांच को लेकर धमकी देने के साथ ही अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने लगा। जिसके बाद इसकी शिकायत धनबाद थाने में की गईं है , शिकायत के बाद पुलिस द्वारा इस मामले में जांच की जा रही है।
बता दें कि बीपीएल कोटे में नामांकन के तहत भारी पैमाने पर अनियमितता के आरोप लगे थे जिसके बाद राज्य बाल संरक्षण आयोग ने संज्ञान लेते हुए पुरानी सूची को निरस्त करने के निर्देश दिए थे और जिला शिक्षा अधीक्षक को 8 जुलाई को कैंप लगाकर सभी आवेदनों पर जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इस दौरान 551 आवेदन को लेकर कई आरोप लगे थे जिसके बाद राज्य बाल संरक्षण आयोग ने स्थल से दूरी आय प्रमाण पत्र सहित अन्य बिंदुओं पर जिला शिक्षा अधीक्षक को जांच कर 10 दिनों के अंदर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे।
हालांकि अब जिस तरह से जांच कर रहे आयोग के अधिकारी को धमकी मिले हैं यह एक बहुत ही गंभीर मामला है। आखिर आयोग के अधिकारी को फोन कर जांच रोकने की बातें क्यों कहीं जा रही है इसमें किन लोगों की संलिप्तता है पूरे मामले पर पुलिस पदाधिकारी द्वारा जांच कर आरोपीत की गिरफ्तारी के बाद ही सच्चाई से पर्दा उठ सकता है।