मिरर मीडिया : नए साल के जश्न में लोग मशगूल थें वहीं इसी बीच जापान में साल के पहले दिन भयंकर भूकंप के झटकों ने दहशत मचा दी। बता दें कि जापान में 7.6 तीव्रता का भूकंप आया। यह जापान में आए सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक है। इसी के साथ पिछले 24 घंटों में भारत के भी कई हिस्सों में भूकंप आ चुका है। सोमवार देर रात को भी उत्तर भारत समेत अलग-अलग जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की तरफ से इसकी जानकारी दी गई।
इसके अलावा देर रात 11 बजकर 23 मिनट पर असम के धुबरी में भी 2.6 की तीव्रता का भूकंप आया है। इसकी गहराई जमीन से 10 किलोमीटर थी। इसके अलावा पिछले 24 घंटों में भारत के आसपास भूटान में 2.7 की तीव्रता का भूकंप आया। तजाकिस्तान में 4.4 की तीव्रता का भूकंप आया। साथ ही म्यांमार 4.3 की तीव्रता का भूकंप आया। हालांकि इन सभी भूकंप के बाद किसी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। मालूम हो कि पिछले लंबे समय से मुख्य रूप से उत्तर भारत का कश्मीर और लेह-लद्दाख क्षेत्र भूंकप का सामना कर रहा है।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, नागालैंड में शाम के वक्त भूकंप दर्ज किया गया। शाम 7 बजकर 18 बजे वोखा क्षेत्र में 2.8 की तीव्रता का भूकंप आया, जोकि जमीन से 5 किलोमीटर की गहराई पर था। वहीं देर रात 10 बजकर 15 मिनट 29 सेकेंड पर लद्दाख में भी भूकंप आया। इस भूकंप की तीव्रता 3.6 दर्ज की गई। यह जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई पर आया।
बता दें कि जापान के कारण शहरों की सड़कों में दरारे आई, खंबे उखड़ गए और जनजीवन बेपटरी हो गया। पिछले 24 घंटों में जापान में 4.0 से अधिक तीव्रता के 56 भूकंप आए हैं। सोमवार को मध्य जापान में आए शक्तिशाली भूकंप में अबतक कम से कम छह लोगों की मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक एक दिन में भूकंप के 155 झटके महसूस किए गए। राहत और बचाव कार्य जारी है और मलबे में दबे लोगों की तलाश की जा रही है। पुलिस और स्थानीय अधिकारियों ने मंगलवार तड़के ढही हुई इमारतों के मलबे से शव निकाले जाने की सूचना दी। जापान में 7.6 की प्रारंभिक तीव्रता वाला भूकंप सोमवार को दोपहर के मध्य में आया, जिससे कई इमारतें नष्ट हो गईं, हजारों घरों की बिजली गुल हो गई और कुछ तटीय क्षेत्रों के निवासियों को ऊंचे स्थानों पर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। भूकंप से जापान के लंबे पश्चिमी समुद्री तट के साथ-साथ पड़ोसी दक्षिण कोरिया में भी लगभग 1 मीटर (3.3 फीट) ऊंची लहरें उठीं।
जापान मौसम विज्ञान कार्यालय ने कहा कि जापान में सोमवार से अब तक 155 बार भूकंप के झटके आए हैं, जिनमें 7.6 तीव्रता का झटका और 6 से अधिक तीव्रता का झटका शामिल है। जेएमए ने कहा कि अधिकांश भूकंपों की तीव्रता 3 से अधिक थी और हालांकि तीव्रता धीरे-धीरे कम हो गई है, फिर भी मंगलवार तड़के छह मजबूत झटके महसूस किए गए। अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि नए साल के दिन मध्य जापान में आए एक बड़े भूकंप में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई, जिससे एक मीटर से अधिक ऊंची सुनामी लहरें उठीं, घरों को नुकसान पहुंचा और भीषण आग लग गई, जिसने रात भर तबाही मचाई।
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बयान में कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका भूकंप के बाद जापान को कोई भी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “निकट सहयोगियों के रूप में, संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान दोस्ती का गहरा बंधन साझा करते हैं जो हमारे लोगों को एकजुट करता है। इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं जापानी लोगों के साथ हैं।