मिरर मीडिया : कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार बड़ा कदम उठाया हैं। आपको बता दें कि भारत में मेगा टेक्सटाइल पार्क बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। आपको बता दें कि भारत कपड़ा उद्योग में दुनिया का छठा सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है। वहीं इसे बढ़ाने और नए रोजगार के अवसर बनाने के लिए सरकार मेगा टेक्सटाइल पार्क पर करीब 4000 करोड़ रुपये खर्च कर हो सकती हैं।
सरकार इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों को देखते हुए विकसित करती है। सरकार टेक्सटाइल पार्क के जरिये इस सेक्टर में एक्सपोर्ट को सुधारने की तैयारी है। इस पार्क के तहत एक ही जगह पर कई सारी फैक्ट्री यूनिट को स्थापित किया जाता है। इनमें आधुनिक बुनियादी संरचनाएं, साझा सुविधाओं के अलावा रिसर्च एंड डेवलपमेंट लैब भी होते हैं। कपड़ा उद्योग से जुड़ी सभी बुनियादी चीजों की सुविधाएं जैसे उत्पादन, मार्केट लिंकेज उपलब्ध होती हैं।
सीधे मायने में इसके फायदे को देखें तो इसके साथ ही परिवहन में होने वाले नुकसान को न्यूनतम करने की व्यवस्था रहती है। धागे से कपड़ा तैयार करने, कपड़ों की रंगाई, सिलाई वगैरह से लेकर इनकी पैकिंग और ट्रांसपोर्टिंग तक के लिए बड़े पैमाने पर लोगों की जरूरत पड़ती है। ऐसे में टेक्सटाइल पार्क रोजगार की अपार संभावनाएं पैदा करता है। इसमें मजदूरों की भी जरूरत होती है, डिजाइनरों की भी जरूरत होती है, अकाउंटिंग और मैनेजमेंट से जुड़े लोगों की भी जरूरत होती है और रिसर्चरों की भी जरूरत होती है।
गौरतलब हैं कि पहले फेज में 7 मेगा टेक्सटाइल पार्क बनाने की योजना है। ये पार्क 1000 एकड़ में बनेगी। इसमें निवेश के लिए सरकार इनसेंटिव देगी। इस इन्सेंटिव को दो किस्त में जारी किया जाएगा।पहला 60 फीसदी और दूसरा 100 फीसदी काम हो जाने पर दिया जाएगा। हालांकि इन्वेस्टर्स को इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने के साथ ही उसको मेंटेन भी करना होगा। वहीं यह पार्क 25-30 साल के लिए दिया जा सकता है और इसके लिए वो वहां स्थापित कंपनियों से फीस भी ले सकते हैं।