
देश: साढ़े सात साल पहले लापता हुए भारतीय वायु सेना के एक परिवहन विमान का मलबा चेन्नई तट के पास बंगाल की खाड़ी में लगभग 3400 मीटर की गहराई पर मिला है। यह विमान 29 कर्मियों के साथ लापता हो गया था। चालक दल के छह सदस्यों के अलावा विमान में सवार लोगों में 12 वायुसेना कर्मी, सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के एक-एक कर्मी और आठ नागरिक शामिल थे।
जानकारी देते हुए रक्षा मंत्रालय ने कहा कि हाल ही में राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा तैनात एक आटोनोमस अंडरवाटर व्हिकल (एयूवी) की ओर से ली गई तस्वीरों की जांच से पता चला है कि चेन्नई तट से 310 किमी दूर स्थित मलबा एएन- 32 विमान का है। मलबा निकालने के लिए संभावित तरीके तलाशे जा रहे हैं। भारतीय वायुसेना का विमान 22 जुलाई 2016 को एक मिशन के दौरान बंगाल की खाड़ी के ऊपर लापता हो गया था। यह चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर जा रहा था। कई खोज अभियान के बाद भी इसका कुछ पता नहीं चल पाया था।
बता दें कि पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तत्वावधान में कार्य करने वाले राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान ने हाल ही में लापता एएन- 32 विमान की अंतिम जानकारी वाले स्थान पर गहरे समुद्र में एयूवी को एक मिशन के लिए तैनात किया था। इस खोज में मल्टी-बीम सोनार, सिंथेटिक अपर्चर सोनार और हाई- रिजाल्यूशन फोटोग्राफी सहित कई पेलोड का उपयोग किया गया।
अनुसंधान मिशन पर निकले थे विज्ञानी चेन्नई स्थित राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइओटी) के विज्ञानी दिसंबर में समुद्र तल की मैपिंग के लिए अपने नए अधिग्रहीत ओटोनोमस अंडरवाटर व्हीकल (एयूवी) का परीक्षण कर रहे थे, तभी एयूवी को समुद्र तल पर मलबे को लेकर मजबूत संकेत मिले। एयूबी को सोनार के मजबूत सिग्नल तब मिले, जब वह समुद्र तल से 30 मीटर की दूरी पर था।