रविन्द्र भवन में क्रेडिट आउटरीच कैंपेन का आयोजन, जिलेभर से ऋण लेने पहुंचे करीब 800 ग्राहक

Manju
By Manju
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जमशेदपुर : आजादी के अमृत महोत्सव व आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के अंतर्गत वित्तीय सेवाएं विभाग, भारत सरकार के निर्देश से त्योहारी सीजन को देखते हुए क्रेडिट आउटरीच कैंपेन का आयोजन बुधवार 20 अक्टूबर रविन्द्र भवन, टैगोर सोसायटी साकची में स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी, संयोजक बैंक ऑफ इंडिया के तत्वाधान में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद जमशेदपुर विद्युत वरण महतो, उपायुक्त सूरज कुमार, उप विकास आयुक्त परमेश्वर भगत, विशेष पदाधिकारी जेएनएसी कृष्ण कुमार, बैंक ऑफ इंडिया जमशेदपुर अंचल के आंचलिक प्रबंधक सतीश कुमार, भारतीय स्टेट बैंक के आरएम संजय कुमार झा, डीजीएम सेंट्रल बैंक अजय कुमार सिंह, आरएम ग्रामीण बैंक आरके सिंह, आर एम केनरा बैंक सुप्रियो मोइत्रा,एजीएम बैंक ऑफ इंडिया गुरु प्रसाद मिश्रा, जिला उद्यान पदाधिकारी मिथिलेश कालिंदी आदि शामिल हुए। उप विकास आयुक्त ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कोविड महामारी में उपजे हालात पर जिक्र किया और जिला प्रशासन के उठाए गए कदमों की जानकारी दी। उन्होंने कोविड में मृत हुए लोगों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि दी और संवेदनाएं व्यक्त किया।

जिला उपायुक्त ने कोविड महामारी के दौरान बैंकों द्वारा आर्थिक गतिविधि को चालू रखे रहने के लिए सराहना की । उन्होंने केंद्र सरकार व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का विस्तार से जिक्र करते हुए बताया कि झारखंड राज्य कृषि ऋण माफी योजना के जिले में 56000 किसान इस योजना से लाभान्वित होने के योग्य हैं जिनमें से अब तक 16000 किसानों के केसीसी ऋण माफ किए जा चुके हैं। शेष 40000 किसानों को ऋण माफी इस वित्तीय वर्ष तक कर देने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत जिले में अब तक 80000 किसानों को केसीसी से आच्छादित करने पर बैंकों की सराहना की। जिले की आर्थिक उपलब्धि की चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि अब तक 4500 फुटपाथ विक्रेताओं के बीच कुल 45 करोड़ की राशि फुटपाथ दुकानदारों के बीच वितरित की जा चुकी है। उन्होंने फुटपाथ विक्रेताओं से अनुरोध किया कि प्रथम चरण में प्राप्त 10000 की राशि को समय पर चुकता कर दें और इसी योजना के दूसरे चरण में 20000 और तीसरे चरण में 50000 ऋण का प्रावधान है, उसका लाभ लें। उन्होंने जिले के सीडी रेश्यो जो वर्तमान में 39 परसेंट है पर चिंता व्यक्त किए और सभी बैंकों से आग्रह किया कि इसमें शीघ्र सुधार के लिए रोड मैप बनाएं।

सांसद जमशेदपुर विधुत वरण महतो ने मेले में आए स्वयं सहायता दीदियों का विशेष रूप से उल्लेख किया और सरकार की विभिन्न योजनाओं में उनके सक्रिय भागीदारी की प्रशंसा की। सांसद ने बैंकों से अनुरोध किया कि इस तरह के ऋण मेले का आयोजन प्रखंड स्तर पर भी किए जाए और बैनर, पोस्टर बैंकिग जानकारी की भाषा स्थानीय अर्थात बांग्ला रखी जाए ताकि वहां के स्थानीय ग्रामीण अपनी आवश्यकताओं को अपनी भाषा में बैंक को अवगत करा सके और विभिन्न आर्थिक योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ ले सके। जिले के शत-प्रतिशत डिजिटलीकरण के लिए बैंकों को उन्होंने बधाई दी। बैंक ऑफ इंडिया के आंचलिक प्रबंधक ने मेले के मुख्य उद्देश्य पर कहां की सभी हित धारकों व ग्राहकों के बीच केंद्र व राज्य सरकार प्रायोजित योजनाओं के अंतर्गत जन समुदायों, किसानों उद्यमियों तथा व्यवसायियों तक ऋण की उपलब्धता सुनिश्चित कर इस आर्थिक मंदी के दौर में आर्थिक गतिविधि को तीव्रता प्रदान करना है। अग्रणी जिला प्रबंधक दिवाकर सिन्हा ने बताया कि मेले के तहत केंद्र सरकार और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं यथा केसीसी, स्वयं सहायता समूह, पीएमस्वनिधि, NULM , पीएमईजीपी, सुख एवं लघु उद्योग एमएसएमई, मुद्रा योजना, स्टैंड अप इंडिया, कृषि अवसंरचना विकास कोष, पशुपालन, मछली पालन व अन्य योजना में आज कुल 51 करोड़ का वित्त पोषण किया गया।

मुख्य अतिथि ने वित्तीय समावेशन के तहत सामाजिक सुरक्षा योजना यथा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना तहत वैसे 5 ग्राहक जिन्होंने बीमा करा रखा था लेकिन दुर्भाग्यवश मृत्यु हो गई उनके नॉमिनी को 2-2 लाख का चेक अपने हाथों से प्रदान किया गया। साथ ही उन्होने जेएसएलपीएस के द्वारा 80 स्वयं सहायता समूह के दीदीयों बीच एक करोड़ रुपए का क्रेडिट लिंकेज चेक मुख्य अतिथि ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को वितरित किया। मुख्य अतिथि ने एन यू एल एम योजना के तहत जेएनएसी, मानगो नगर निगम एवं जुगसलाई नगरपालिका के तहत 55 स्वयं सहायता समूह को 75 लाख का क्रेडिट लिंकेज की स्वीकृति पत्र विभिन्न महिला समूहों के दीदियों को प्रदान किया। PMEGP के तहत 8 यूनिट की स्थापना हेतु 43 लाख की ऋण स्वीकृति पत्र अतिथियों के हाथों वितरित किया गया। सभी बैंकों ने पिछले एक सप्ताह से मेले की तैयारी कर रखी थी जिसके तहत 1750 आवेदन जनरेट किए गए जिसमें कुल आवेदित ऋण राशि 115 करोड़ है। आज के मेले में 807 आवेदन जनरेट किए गए जिसमें आवेदित ऋण राशि 63 करोड़ है । सभी बैंकों द्वारा कुल 943 आवेदन स्वीकृत किए गए जिसमें स्वीकृत ऋण राशि तकरीबन 51 करोड़ है । शेष लंबित आवेदन का निष्पादन सभी बैंक से शीघ्र करने का अनुरोध उपायुक्त ने किया।

कार्यक्रम में सुगम और त्वरित जानकारी उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न बैंकों व राज्य सरकार के विभागों द्वारा स्टॉल लगाए गये जिसके माध्यम से योजनाओं की जानकारी लोगों को दी गयी। कार्यक्रम के तहत जिलेभर से विभिन्न योजना से ऋण प्राप्त करने के लिए तकरीबन 800 ग्राहक ग्राहक पहुंचे। कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य पालन विभाग, जिला उद्योग केंद्र, जेएसएलपीएस, आरसेटी, जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं सभी बैंक अपने विभिन्न योजनाओं से जन समुदाय को अवगत कराया और योजना का लाभ लोगों तक पहुंचाया। जेएसएलपीएस के तहत स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार किए गए विभिन्न उत्पाद जो पलाश ब्राण्ड से बिक्री होते हैं ने स्टाल लगाकर अपने उत्पाद की प्रचार प्रसार के साथ साथ अच्छी खासी बिक्री भी की। उसी तरह व RSETI से प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार से जुड़े समूह ने भी अपने विभिन्न उत्पाद प्रचार प्रसार के साथ साथ स्टॉल पर उत्पाद की बिक्री किये। जिला उद्योग केंद्र से संचालित पीएमईजीपी योजना के तहत रेडीमेड गारमेंट्स व अन्य उत्पाद के प्रदर्शनी सह बिक्री की गई। सांसद व उपायुक्त के साथ-साथ सभी गणमान्य अतिथियों ने पूरे मेले में लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण कर हर्ष व्यक्त किए। डालसा द्वारा जिले में विधिक जागरूकता कैंप लगाकर लोगों को कानूनी सहायता पहुंचाने में सराहनीय कार्य से उपायुक्त ने सांसद को अवगत कराया जिस पर सांसद ने उनके कार्य की सराहना की ।

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