डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : सोनारी एयरपोर्ट से मंगलवार दोपहर उड़ान भरने वाला ट्रेनी विमान अब तक लापता है। बता दें कि कल दोपहर को प्लेन के लापता होने की खबर ने सनसनी मचा दी थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि प्लेन क्रैश हो गया है या इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई हैं। लेकिन अबतक इस ट्रेनी प्लेन के संबंध में किसी तरह की पुष्टि नहीं हुई। 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अब तक यह साफ पता नहीं चल पाया है कि आखिर ट्रेनी प्लेन कहां और किस स्थिति में है? ट्रेनिंग विमान पर इंस्ट्रक्टर और एक ट्रेनिंग पायलट सवार थे जिसका अब तक कोई अता पता नहीं चल पाया है। हालांकि विमान को तलाशने की पूरी कोशिश की जा रही है। एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच चुकी है और चांडिल डैम में सुबह से गोते लगा रही है।
पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा थाना अंतर्गत आमाबुरु और आमदा पहाड़ी के बीच ट्रेनी प्लेन क्रैश होने की संभावनाओं को देखते हुए मंगलवार देर रात तक जिला प्रशासन खोजबीन कर रही थी। इस बीच सरायकेला खरसावां जिले के चांडिल डैम इस प्लेन क्रैश होने की सूचना सामने आने से हर कोई हैरान हैं। डैम के आसपास के गांवों में रहने वाले एक दो स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने प्लेन को डैम के पानी में गिरते हुए देखा है, जिसके आधार पर प्रशासन ने खोजबीन शुरू कर दी है। मंगलवार रात को एनडीआरएफ टीम को खबर कर दी गई थी।
बता दें कि सोनारी एयरपोर्ट पर मंगलवार दोपहर 1:30 बजे अल्केमिस्ट एविएशन के सेसना 2 विमान ने उड़ान उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के करीब 20 मिनट के बाद से उनका संपर्क सोनारी एयरपोर्ट के एटीसी से कट गया। इसके बाद लगातार एटीसी ने उनसे संपर्क करने का प्रयास किया। लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। इसकी जानकारी अल्केमिस्ट एविएशन के पदाधिकारियों, सोनारी एयरपोर्ट के अलावा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को भी दी गयी। तत्काल सरायकेला खरसावां जिले के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला और पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त अन्य मित्तल से संपर्क किया गया। दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के आसपास के एरिया में विमान की तलाश शुरू की गयी। लेकिन मंगलवार देर शाम तक विमान की कोई जानकारी नहीं मिल पायी। दलमा और जमशेदपुर के डीएफओ सब आलम अंसारी ने भी अपनी पूरी टीम को इस काम में लगा दिया लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल पायी। वहीं आज सुबह से स्थानीय गोताखोरों व एनडीआरएफ टीम द्वारा डैम के गहरे पानी में प्लेन की खोजबीन की जा रही हैं। लेकिन प्रशासन और एटीसी की तकनीकी सेल को भी अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।