झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का प्रचार अभियान 18 नवंबर को शाम 5 बजे समाप्त हो जाएगा। इसके बाद, 20 नवंबर को 38 सीटों पर मतदान होगा, जो राजनीतिक दलों के लिए सत्ता का समीकरण तय करने में निर्णायक भूमिका निभाएगा।
प्रमुख चेहरे और दांव पर सियासी भविष्य
दूसरे चरण में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो और विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो जैसे बड़े नेताओं की किस्मत का फैसला होना है। इसके अलावा, चार कैबिनेट मंत्रियों—इरफान अंसारी, हफीजुल हसन, दीपिका पांडेय सिंह और बेबी देवी—के चुनाव परिणाम भी सरकार की स्थिरता पर बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं।
11 पूर्व मंत्री और अन्य दिग्गज मैदान में
इस चरण में 11 पूर्व मंत्री भी मैदान में हैं, जिनमें स्टीफन मरांडी, हेमलाल मुर्मू, बसंत सोरेन, लुईस मरांडी, बादल पत्रलेख, रंधीर सिंह, सुरेश पासवान, प्रदीप यादव, जेपी पटेल, मथुरा महतो, और जलेश्वर महतो शामिल हैं।
528 उम्मीदवारों में कड़ी टक्कर
दूसरे चरण में कुल 528 उम्मीदवार मैदान में हैं:
राष्ट्रीय दलों से: 73 प्रत्याशी (60 पुरुष, 13 महिलाएं)
मान्यता प्राप्त राज्य स्तरीय पार्टियों से: 28 प्रत्याशी (23 पुरुष, 5 महिलाएं)
निर्दलीय उम्मीदवार: 257
प्रमुख महिलाएं और अन्य चर्चित चेहरे
कल्पना सोरेन, सीता सोरेन, लुईस मरांडी और लोबिन हेंब्रम जैसे चर्चित नेताओं पर सभी की नजरें टिकी हैं। ये चुनाव परिणाम राज्य की राजनीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं।
प्रचार थमने के बाद, 20 नवंबर को होने वाला मतदान राज्य की राजनीति के भविष्य की दिशा तय करेगा।