New Delhi: दिल्ली विधानसभा चुनावों के नजदीक आते ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बंगले को लेकर सियासी बवाल तेज हो गया है। भाजपा ने इस बंगले को ‘शीशमहल’ करार देते हुए सीएजी की लीक रिपोर्ट के आधार पर केजरीवाल पर निशाना साधा है। वहीं, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने भी इसे लेकर तंज कसते हुए कहा कि इस बंगले को म्यूजियम घोषित कर देना चाहिए।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उन्हें दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक देखने का मौका मिला है, लेकिन अब उनकी इच्छा ‘शीशमहल’ देखने की है। उन्होंने कहा, “दिल्ली में अब देखने लायक कुछ खास नहीं है। मोहल्ला क्लीनिक को ताजमहल जैसा समझा था, लेकिन वहां जाकर देखा तो ऐसा कुछ नहीं मिला। केजरीवाल ने एक ही चीज देखने लायक बनाई है, वह है शीशमहल। इसे म्यूजियम घोषित कर देना चाहिए ताकि हर मुख्यमंत्री इसे देख सके।”
सरमा ने आगे कहा, “अगर मौका मिला, तो मैं इसे देखने जरूर जाऊंगा। मेरी अपील है कि देश के सभी मुख्यमंत्रियों को इसे देखने की अनुमति मिलनी चाहिए। हम इस बंगले की नकल कर असम में मुख्यमंत्री आवास भी बना सकते हैं।”
जुबानी जंग फिर तेज होने के आसार
केजरीवाल और हिमंता बिस्वा सरमा के बीच पहले भी कई बार वाकयुद्ध हो चुका है। सोशल मीडिया पर दोनों नेता एक-दूसरे को चुनौती देते रहे हैं। अब, दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले यह विवाद फिर से गर्मा सकता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा इस मुद्दे को चुनाव प्रचार में भुनाने की कोशिश कर सकती है।
भाजपा ने ‘शीशमहल’ को लेकर केजरीवाल सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि इस बंगले पर खर्च की गई राशि को जनता के सामने लाया जाना चाहिए। हिमंता बिस्वा सरमा, जो भाजपा के प्रमुख स्टार प्रचारकों में से एक माने जाते हैं, इस मुद्दे को चुनावी सभाओं में जोर-शोर से उठा सकते हैं।
दिल्ली में चुनावी सरगर्मी के बीच यह मुद्दा कितना प्रभाव डालता है, यह आने वाले समय में साफ होगा। फिलहाल, ‘शीशमहल’ विवाद ने सियासी पारा चढ़ा दिया है।