धनबाद जिले के मधुबन और धर्मा बांध थाना क्षेत्र के खरखरी जंगल में गुरुवार को निजी कंपनी हिलटॉप द्वारा बाउंड्री निर्माण के विवाद ने उग्र रूप ले लिया। इस विवाद में दोनों पक्षों के बीच जमकर गोलीबारी और बमबारी हुई। इस घटना में 3 दर्जन से अधिक गोलियां चलीं, और बम धमाकों से आसपास के गांवों में दहशत फैल गई।
कई घायल और संपत्ति का नुकसान
फायरिंग में सुभाष सिंह नामक व्यक्ति को गोली लगी, जिन्हें गंभीर हालत में अशर्फी अस्पताल ले जाया गया। दोनों पक्षों के एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इसके अलावा, हिंसा के दौरान एक दर्जन से अधिक मोटरसाइकिलें जला दी गईं।
पुलिस की कार्रवाई
घटना के दौरान मधुबन और धर्मा बांध पुलिस के जवान मौके से पीछे हटने को मजबूर हो गए। बाद में बाघमारा अनुमंडल के दर्जनों थानों की पुलिस फोर्स ने सायरन बजाते हुए जंगल में प्रवेश किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और उपद्रवियों को नियंत्रित करने की कोशिश की।
घटना के कारण और ग्रामीणों का आरोप
घायल सुभाष सिंह ने बताया कि बीसीसीएल ने हिलटॉप कंपनी को कोयला खनन का ठेका दिया है। यह जमीन ग्रामीणों की है, और बिना मुआवजे के कंपनी द्वारा जमीन घेरने की कोशिश की जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि सांसद के आदेश के बावजूद कंपनी मनमानी कर रही है। विरोध करने पर ग्रामीणों पर हमला किया गया, जिसमें कई लोग घायल हुए।
पिछले एक महीने से तनाव
हिलटॉप कंपनी के बाउंड्री निर्माण को लेकर विवाद पहले से जारी था। एक पक्ष कंपनी के समर्थन में था, जबकि दूसरा पक्ष हिस्सेदारी न मिलने से नाराज था। बुधवार को एक पक्ष ने बाउंड्री निर्माण शुरू कर दिया, जिससे दूसरे पक्ष ने विरोध करते हुए हिंसक झड़प शुरू कर दी।
पुलिसकर्मी भी घायल
झड़प को नियंत्रित करने पहुंचे बाघमारा डीएसपी पुरुषोत्तम कुमार सिंह और एक अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। डीएसपी को सिर में चोट लगी, जिनका इलाज अशर्फी अस्पताल में चल रहा है।
स्थिति नियंत्रण में
घटना के बाद से इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। वरीय पुलिस अधीक्षक एचपी जनार्दनन ने कहा कि कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल क्षेत्र में शांति बहाल करने की कोशिश की जा रही है, और मधुबन थाना में ग्रामीण एसपी कैंप कर रहे हैं।

