नई दिल्ली। उत्तर भारत में सर्दी के साथ घने कोहरे का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। दिल्ली-एनसीआर समेत पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई हिस्सों में कोहरे ने शुक्रवार को जनजीवन पर भारी असर डाला। न केवल रेल और हवाई सेवाएं प्रभावित हुईं, बल्कि वाहन चालकों को भी कम दृश्यता के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ा।
यात्रियों को हुआ इंतजार का सामना
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुबह तीन बजे से साढ़े सात बजे तक दृश्यता शून्य रही। इसी दौरान कई उड़ानें देरी से संचालित हुईं। ट्रेनों की बात करें तो 27 ट्रेनें दिल्ली से देरी से रवाना हुईं, जबकि अन्य शहरों से आने वाली कई ट्रेनें घंटों लेट रहीं।
मौसम विभाग का यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने शनिवार को भी घने कोहरे का यलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, सुबह घना कोहरा छाए रहने की संभावना है, जबकि दिन में धूप निकल सकती है। 22 और 23 जनवरी को हल्की बारिश के साथ ठंड में और इजाफा होने का पूर्वानुमान है।
पंजाब और हरियाणा में घनी धुंध
पंजाब के विभिन्न जिलों में शुक्रवार को सुबह और शाम घनी धुंध छाई रही। वाहन चालकों को दृश्यता कम होने के कारण काफी परेशानी हुई। हालांकि, दिन चढ़ने के साथ ही धूप निकलने से लोगों को राहत मिली। हरियाणा के नारनौल में न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

राजस्थान में माउंट आबू रहा सबसे ठंडा
राजस्थान में माउंट आबू का न्यूनतम तापमान 0.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जयपुर, बीकानेर और कोटा समेत अन्य शहरों में कोहरे का प्रभाव सुबह के वक्त अधिक रहा।
जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी और बारिश के बाद भी कड़ाके की ठंड जारी है। पहलगाम में तापमान माइनस 12 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। कई सड़कों पर बर्फ जमने के कारण आवागमन बाधित है। उत्तराखंड में शुक्रवार को मौसम साफ रहा, जिससे लोगों को राहत मिली। बर्फबारी के कारण अवरुद्ध गंगोत्री और चोपता मार्गों को खोल दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश में भी ठंड का प्रकोप
हिमाचल प्रदेश में मंडी और बिलासपुर में कोहरे का असर देखा गया, जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में शीतलहर जारी रही। लाहौल-स्पीति के ताबो में न्यूनतम तापमान -13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रविवार और सोमवार को ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और हल्की बारिश का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक ठंड से राहत की उम्मीद कम है। कोहरे और बारिश के चलते यातायात और जनजीवन पर असर जारी रहने की संभावना है।