महाराष्ट्र के जलगांव जिले के परांदा रेलवे स्टेशन पर एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और 5 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना शनिवार शाम करीब 5 बजे की बताई जा रही है। हादसे का कारण पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगने की अफवाह थी, जिसने यात्रियों के बीच दहशत फैला दी।
कैसे हुआ हादसा?
सूत्रों के अनुसार, लखनऊ से मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस जब परांदा रेलवे स्टेशन के पास पहुंची, तब ट्रेन के मोटरमैन द्वारा अचानक ब्रेक लगाए जाने से पहियों से चिंगारियां निकलने लगीं। यात्रियों ने इसे ट्रेन में आग लगने का संकेत समझ लिया और उनमें दहशत फैल गई। घबराए यात्रियों ने ट्रेन की अलार्म चेन खींच दी, जिससे ट्रेन रुक गई। अफरा-तफरी के माहौल में यात्री ट्रेन से कूदने लगे, लेकिन उसी समय सामने से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस ने कई यात्रियों को कुचल दिया, जिससे यह भीषण हादसा हुआ।
घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी
हादसे के बाद रेलवे और स्थानीय प्रशासन ने तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया। नासिक के डिविजनल कमिश्नर प्रवीण गेडाम ने बताया कि घटनास्थल पर 8 एम्बुलेंस और कई रेलवे बचाव वैन भेजी गई हैं। जिला प्रशासन और रेलवे अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
जिला प्रशासन की प्रतिक्रिया
जलगांव जिला कलेक्टर ने कहा कि हादसे की वजह आग लगने की अफवाह थी, लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि घायलों के इलाज के लिए तीन अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है और सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री फडणवीस की प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, “जलगांव के पचोरा में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना बहुत दुखद है। मैं दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मेरे सहयोगी मंत्री गिरीश महाजन और पुलिस अधीक्षक घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और जिला प्रशासन रेलवे अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहा है।”
रेलवे अधिकारियों की प्रतिक्रिया
रेलवे अधिकारियों ने पुष्पक एक्सप्रेस में अलार्म चेन खींचे जाने की पुष्टि की है और बताया कि यात्रियों द्वारा ट्रेन में धुआं देखने के कारण अफवाह फैल गई होगी। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और स्थानीय पुलिस भी घटनास्थल पर राहत कार्यों में जुटी हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अफवाह फैलने के बाद ट्रेन में भगदड़ मच गई और कई यात्री घबराकर बिना देखे बाहर कूद गए। एक यात्री ने बताया, “जैसे ही ट्रेन के पहियों से चिंगारियां दिखीं, लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया कि आग लग गई है। मैं भी डर गया और लोग धक्का-मुक्की करने लगे। अचानक ट्रेन रुक गई और लोग बाहर कूदने लगे।”
भविष्य में ऐसे हादसों से बचाव के उपाय
रेलवे प्रशासन इस घटना की जांच कर रहा है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा उपायों पर विचार कर रहा है। रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे बिना पुष्टि के अफवाहों पर विश्वास न करें और ऐसी स्थितियों में धैर्य बनाए रखें।