इस साल 29 मार्च को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगेगा, जो ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद खास माना जा रहा है। इस दिन न केवल सूर्य ग्रहण होगा, बल्कि कई दुर्लभ संयोग भी बनेंगे। चैत्र अमावस्या पर लगने वाले इस सूर्य ग्रहण के साथ शनि का मीन राशि में गोचर भी होगा, जो 100 वर्षों बाद हो रहा है।
भारत में नहीं दिखेगा सूर्य ग्रहण
यह सूर्य ग्रहण आंशिक होगा और रात में लगने के कारण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए इसका धार्मिक प्रभाव और सूतक काल मान्य नहीं होगा। भारतीय समयानुसार यह ग्रहण दोपहर 2:20 मिनट पर शुरू होकर शाम 4:17 मिनट पर समाप्त होगा। यह मीन राशि और उत्तर भाद्रपद नक्षत्र में घटित होगा, जिससे इसका ज्योतिषीय महत्व बढ़ जाता है।
किन देशों में दिखेगा सूर्य ग्रहण?
यह ग्रहण बरमूडा, डेनमार्क, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, उत्तरी ब्राजील, फिनलैंड, जर्मनी, फ्रांस, हंगरी, आयरलैंड, मोरक्को, ग्रीनलैंड, कनाडा का पूर्वी भाग, लिथुआनिया, हॉलैंड, पुर्तगाल, उत्तरी रूस, स्पेन, सूरीनाम, स्वीडन, पोलैंड, नॉर्वे, यूक्रेन, स्विट्जरलैंड, इंग्लैंड और अमेरिका के पूर्वी क्षेत्र में देखा जा सकेगा।
शनि का गोचर बनाएगा ग्रहण को और खास
29 मार्च को शनि कुंभ से मीन राशि में प्रवेश करेंगे। यह घटना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि शनि लगभग 100 वर्षों बाद मीन राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिषियों के अनुसार, यह परिवर्तन कई राशियों पर गहरा प्रभाव डालेगा और कुछ के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा।
हालांकि, भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा, लेकिन ग्रहों की स्थिति के कारण इसका प्रभाव ज्योतिषीय रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।