डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: उत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में गर्मी ने अब अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। अप्रैल की शुरुआत के साथ ही तापमान में जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया है और आने वाले दिनों में इसमें और बढ़ोतरी का पूर्वानुमान जताया गया है। मौसम विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में लू के थपेड़े लोगों को झुलसा सकते हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले सप्ताह में दिन और रात दोनों समय पारा सामान्य से ऊपर रह सकता है। खासकर उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र, झांसी, चित्रकूट और राजस्थान से सटे जिलों में भीषण गर्मी का केंद्र बनने की आशंका जताई गई है।
राजधानी दिल्ली समेत हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 7 से 10 अप्रैल के बीच गर्म हवाओं का प्रकोप बढ़ सकता है। वहीं, मध्य प्रदेश में 8 से 10 अप्रैल तक लू की स्थिति बनने के संकेत हैं। मौसम विभाग ने राजस्थान और गुजरात के कुछ इलाकों के लिए भी ‘हीट वेव’ अलर्ट जारी किया है।
सप्ताह की शुरुआत में ही कर्नाटक, केरल और पूर्वोत्तर भारत में हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है, जिससे इन क्षेत्रों में थोड़ी राहत मिल सकती है। 9 और 10 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और आसपास के पहाड़ी क्षेत्रों में छिटपुट वर्षा का अनुमान है। बिहार में भी 9 अप्रैल को ओले पड़ सकते हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, महाराष्ट्र और दक्षिणी पठारी इलाकों में भी अगले चार दिनों में अधिकतम तापमान 2 से 4 डिग्री तक ऊपर जा सकता है। इसके बाद हल्की गिरावट की संभावना है, लेकिन राहत के संकेत अभी कम ही हैं।
लंबे समय तक गर्मी रहने की संभावना को देखते हुए विशेषज्ञों ने लोगों से दोपहर के समय बाहर निकलने से बचने और पर्याप्त पानी पीने की सलाह दी है। इस साल गर्मी का ग्राफ सामान्य से ऊपर रहने की आशंका है। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में अप्रैल से जून के बीच तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना रह सकता है।
इस बीच, सौराष्ट्र और कच्छ जैसे क्षेत्रों में 7 अप्रैल तक गर्म हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है। वहीं, गुजरात के बाकी हिस्सों में 10 अप्रैल तक लू के आसार हैं। मौसम का यह मिजाज फसलों पर भी असर डाल सकता है।
रात के समय भी तापमान में बढ़ोतरी की संभावना है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल पाएगी। विशेषज्ञों ने कहा है कि न्यूनतम तापमान भी सामान्य से ऊपर रह सकता है, जिससे उमस भरी रातें और बेचैनी बढ़ सकती है।