मिरर मीडिया संवाददाता, हजारीबाग: हजारीबाग जिले के पदमा ओपी थाना क्षेत्र स्थित ‘चमेली झरना’ एक बार फिर दर्दनाक हादसे का गवाह बना है। मंगलवार शाम को इस कृत्रिम झरने में डूबने से 19 वर्षीय युवक शिवम कुमार की मौत हो गई। मृतक हजारीबाग के शिवपुरी मोहल्ले का निवासी था। घटना के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर है, वहीं हादसे ने प्रशासनिक लापरवाही और अवैध खनन माफिया की पोल भी खोल दी है।
परिजनों के अनुसार, शिवम अपने तीन दोस्तों के साथ घर से निकला था, लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटा। काफी खोजबीन के बाद जब कोई पता नहीं चला, तो परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। बुधवार सुबह जब पुलिस टीम चमेली झरना पहुंची, तो वहां शिवम के तीन दोस्त मौजूद मिले। पुलिस ने संदेह के आधार पर तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
शिवम के शव की तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। वहीं, पुलिस मौके पर मौजूद अन्य लोगों से भी पूछताछ कर रही है और घटना से जुड़े सभी पहलुओं की गंभीरता से जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि चमेली झरना वास्तव में एक बंद पड़ी अवैध पत्थर खदान है, जिसे माफियाओं द्वारा छोड़ने के बाद पानी भर जाने से यह झरने का रूप ले चुका है। सुरक्षा उपायों के अभाव और प्रशासनिक अनदेखी के चलते यह स्थान अब तक कई जानलेवा हादसों का कारण बन चुका है। स्थानीय लोगों की मानें तो यहां अब तक दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है, लेकिन प्रशासन की नींद अब भी नहीं खुली है।
यह घटना न केवल एक युवा की असमय मृत्यु का कारण बनी, बल्कि यह भी दर्शाती है कि अवैध खनन और असुरक्षित स्थलों को लेकर प्रशासन कितनी लापरवाह है। अब देखना होगा कि क्या इस बार भी यह हादसा कागजों में दबकर रह जाएगा या जिम्मेदारों पर कोई ठोस कार्रवाई होगी।