बिहार में इस साल अक्टूबर नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले प्रदेश की राजनीतिक गतिविधि में तेजी देखी जा रही है। बिहार की राजनीति में जारी उथल-पुथल के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह आज रविवार को प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज पार्टी में शामिल हो गए हैं। इसके साथ ही आरसीपी सिंह ने अपनी पार्टी ‘आसा’ का प्रशांत किशोर की जन सुराज में विलय कर दिया है।

क्या बोले आरसीपी सिंह?
नौकरशाही से राजनीति में आए रामचंद्र प्रसाद सिंह यानी आरसीपी सिंह पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रशांत किशोर की जन सुराज में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कभी नहीं सोचा था कि अपनी पार्टी का विलय जन सुराज में करूंगा, लेकिन ऊपर वाले को यही मंजूर था। उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं इसके लिए किसी का आशीर्वाद होता है तभी ऐसी बात होती है।
आरसीपी को लेकर क्या बोले प्रशांत
वहीं, इस मौके पर प्रशांत किशोर ने कहा कि आरसीपी सिंह का हमारी पार्टी में आने के लिए धन्यवाद। अब हमारे साथ हैं तो आज लोग सवाल करेंगे कि कौन किसके साथ आया, लेकिन इस सवाल का कोई मतलब नहीं। लालू-नीतीश एक साथ आए थे तो उसके पहले पीके और आरसीपी सिंह एक साथ आए थे। इस वजह से महागठबंधन बना था। आरसीपी सिंह के अनुभव के बारे में मुझे कुछ नहीं कहना है। उनके अनुभव चाहे, प्रशासनिक या सांगठनिक हो, कोई जवाब नहीं है। बिहार को बदलने के लिए आज का दिन बड़ा है. आरसीपी सिंह से इसकी शुरुआत हो चुकी है।
पीके साथ चुनावी नैया में सवार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे आरसीपी सिंह ने पिछले साल अपनी नई पार्टी बनाई थी। आरसीपी सिंह ने पिछले साल अक्टूबर में आप सबकी आवाज (AASA) के नाम से नई पार्टी का ऐलान किया था। साथ ही यह भी बताया था कि उनकी पार्टी AASA बिहार की 140 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। हालांकि अब वह प्रशांत किशोर के साथ चुनावी नैया पर सवार हो गए हैं।