NEET UG 2025 परीक्षा का रिजल्ट जारी होते ही देशभर में मेडिकल कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया भी तेज़ी से शुरू होने जा रही है। एमबीबीएस और बीडीएस कोर्स में नामांकन के लिए मेडिकल काउंसिलिंग कमेटी (MCC) द्वारा काउंसिलिंग प्रक्रिया आयोजित की जाएगी, जिसमें सफल उम्मीदवारों को रजिस्ट्रेशन के साथ कॉलेज की प्राथमिकता तय करनी होगी। यह काउंसिलिंग दो भागों में होगी – 15 प्रतिशत ऑल इंडिया कोटा (AIQ) और 85 प्रतिशत राज्य कोटा।
ऑल इंडिया कोटा के तहत देशभर के मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में दाखिला मिलेगा, वहीं राज्य कोटा के अंतर्गत बिहार सहित प्रत्येक राज्य की अपनी काउंसिलिंग एजेंसी प्रक्रिया संचालित करेगी। बिहार में यह ज़िम्मेदारी बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा परिषद (BCECEB) की होगी, जो जल्द ही रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू करेगा।
इस बार बिहार के छात्रों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। सारण और समस्तीपुर में दो नए मेडिकल कॉलेजों के शुरू होने की संभावना है, जिससे राज्य में चिकित्सा शिक्षा का विस्तार होगा। वर्तमान में बिहार में कुल 1490 MBBS और 140 BDS सीटें उपलब्ध हैं, जो बढ़कर 1690 सीटें हो सकती हैं।
बिहार के प्रमुख मेडिकल कॉलेजों में सीटें इस प्रकार हैं:
पटना मेडिकल कॉलेज (PMC) – 200 सीटें
दरभंगा मेडिकल कॉलेज (DMC), लहेरियासराय – 120 सीटें
भागलपुर मेडिकल कॉलेज – 120 सीटें
नालंदा मेडिकल कॉलेज (NMC), पटना – 150 सीटें
मुजफ्फरपुर, गया, IGIMS पटना, बेतिया, विम्स पावापुरी – सभी में 120-120 सीटें
मधेपुरा, ईएसआईसी बिहटा, पूर्णिया – 100-100 सीटें
पटना डेंटल कॉलेज – 40 सीटें, रहुई डेंटल कॉलेज – 100 सीटें
देशभर में BDS की 27,000 से अधिक सीटें और MBBS, BDS, BAMS, BHMS, BUMS जैसे कोर्सेज मिलाकर करीब 2 लाख मेडिकल सीटें हैं। नीट यूजी के जरिए छात्र इन कोर्सों में प्रवेश पा सकते हैं।