देश: लोकसभा चुनाव होने में अब महज कुछ ही महीनों का समय रह गया है। मगर आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। दिल्ली, पंजाब के बाद पार्टी ने गुजरात के विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन कर पांच सीटों पर कब्जा किया था, लेकिन अब पार्टी मजबूत होने की जगह पर कमजोर होती जा रही है। विसावदर सीट से आम आदमी पार्टी विधायक भूपत भयानी के इस्तीफा देने के बाद अब तकरीबन 40 पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पार्टी को अलविदा कह दिया।
मालूम हो कि इस संबंध में आम आदमी पार्टी भरूच के जिला अध्यक्ष पीयूष पटेल का बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ताओं पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी में सक्रिय नहीं थे, इसलिए उन्हें नए संगठन में जगह नहीं दी गई। साथ ही उन्होंने पार्टी के लेटरपैड का दुरुपयोग किया है।
वहीं भूपत भयानी ने विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना था। उन्होंने कहा था कि आम आदमी पार्टी कोई राष्ट्रवादी पार्टी नहीं है। मैं लोगों के हित में काम करना चाहता था। मैं एक राष्ट्रवादी आदमी हूं और पहले भाजपा में था।