ED की रडार पर 17 इंजीनियर और 5 ठेकेदार : वीरेंद्र राम पर कार्रवाई से रांची से लेकर धनबाद तक विभिन्न विभागों में मचा हुआ है हड़कंप
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मिरर मीडिया : ED की रडार में अबतक झारखंड में कई अधिकारी आ चुके है। आपको बता दें कि ED की जद में 17 इंजीनियर और पांच ठेकेदार हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार ईडी कई महीने से इनकी गतिविधियों पर निगाह रख रही है। इनके फोन सर्विलांस पर हैं। पर्याप्त सबूत भी जुटाए जा चुके हैं। अधिकारियों की हरी झंडी मिलते ही कार्रवाई की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा।
जो पांच ठेकेदार रडार पर हैं, उनमें तीन जल संसाधन विभाग, रांची के हैं। इसके अलावा दो ठेकेदार पेयजल स्वच्छता विभाग में धनबाद और चाईबासा में बड़े पैमाने पर सक्रिय हैं। इनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) से लेकर पीएमओ तक पूर्व में शिकायत भेजी गई थी।
इधर सवा सौ करोड़ की अकूत अवैध चल-अचल संपत्ति के मालिक निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के करीबी रामपुकार राम के यहां भी ईडी को ढेरों दस्तावेज मिले हैं। इसी के साथ आने वाले समय में इस कड़ी में कई और नाम जुड़ने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
इसके अलावा वीरेंद्र राम की बड़ी और अवैध काली कमाई में दिया गया बड़ा योगदान आइएएस अधिकारी का रहा है। सूत्रों कि माने तो कई महत्वपूर्ण पदों पर सेवा दे चुके इस आइएएस अधिकारी ने अपने कार्यकाल में वीरेंद्र राम को संरक्षण दिया। मनपसंद लोगों को काम देने में उनके नियमों की अवहेलना करने में वीरेंद्र राम का साथ दिया है।
इधर खबर के अनुसार वीरेंद्र राम के खिलाफ ED की कार्रवाई से खौफ़जादा विभिन्न विभागों के इंजीनियरों में हड़कंप मचा है। अब ये हर एक कदम फूंक फूंककर राख रहे हैं। मिलने जुलने से भी कतराते है। इतना ही नहीं सूत्रों कि माने तो ये ठेकेदारों से फोन पर बात नहीं करते। मुलाक़ात करने आने वालों का मोबाइल अंगूठी तक बाहर उतारकर आने को कह रहे हैं।