डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: वित्त, योजना एवं विकास, वाणिज्य कर तथा संसदीय कार्य विभाग के मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने खनन एवं परिवहन विभाग को आपसी समन्वय स्थापित कर खनन क्षेत्रों में चलने वाले वाहनों के कागजातों की जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी वाहन के पास आवश्यक दस्तावेज नहीं पाए जाते हैं, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मंत्री ने यह निर्देश शुक्रवार को धनबाद उपायुक्त कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान दिए।
राजस्व संग्रहण की समीक्षा, कतरास अंचल पीछे
मंत्री ने खनन, परिवहन, वाणिज्य कर, भू-राजस्व, नगर निगम सहित अन्य विभागों द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक किए गए राजस्व संग्रहण की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि विधायिका और कार्यपालिका के संयुक्त प्रयास से राजस्व वृद्धि संभव है।
मंत्री ने बताया कि धनबाद जिले में विभिन्न स्रोतों से राजस्व प्राप्त होता है, लेकिन कमर्शियल टैक्स के तहत कतरास अंचल का प्रदर्शन सबसे कमजोर रहा है। कतरास अंचल 58.91 प्रतिशत के राजस्व लक्ष्य से पीछे है, जिसे गंभीरता से लिया गया है।
अधिकारियों पर कार्रवाई के संकेत
बैठक के दौरान जब कतरास अंचल के डीसी (कमर्शियल टैक्स) से खराब प्रदर्शन का कारण पूछा गया, तो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इस पर उन्हें शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है। मंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि जवाब संतोषजनक नहीं मिला तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बीसीसीएल और अन्य कंपनियों से राजस्व प्राप्ति
मंत्री ने बैठक में जानकारी दी कि इस वित्तीय वर्ष में अब तक बीसीसीएल से 32 करोड़ रुपये कम राजस्व प्राप्त हुआ है, जबकि 31 मार्च से पहले 13.62 करोड़ रुपये और आने की संभावना है। वहीं, अन्य कंपनियों से राजस्व की स्थिति निम्नलिखित रही—
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) : लक्ष्य 197 करोड़, प्राप्त 208 करोड़
दामोदर वैली कॉरपोरेशन (DVC) : लक्ष्य 521 करोड़, प्राप्त 488 करोड़
बैठक में शामिल अधिकारी
इस समीक्षा बैठक में राज्य कर सहायक आयुक्त नरेंद्र कुमार, राज्य कर अपर आयुक्त विनय कुमार सिन्हा, राज्य कर पदाधिकारी अनिरबान आईच, नगर आयुक्त रवि राज शर्मा, अपर समाहर्ता विनोद कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी दिवाकर सी द्विवेदी, जिला खनन पदाधिकारी रितेश राज तिग्गा, ध्रुव नारायण राय, गालिब अंसारी समेत विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

