जमशेदपुर : अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉक्टर नेहा अरोड़ा ने कहा कि जिले के संबंधित पदाधिकारी अपने क्षेत्राधीन उन मतदान केन्द्रों का दौरा करें जहां पूर्व के चुनाव में मतदान का प्रतिशत राष्ट्रीय औसत से कम रहा है। प्रखंड विकास पदाधिकारी से अन्यून श्रेणी के पदाधिकारी अपने क्षेत्रों के ऐसे चिन्हित मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं को पूर्व में यदि कोई असुविधा हुई तो तत्काल संबंधित बी एल ओ एवं संबंधित मतदान केन्द्र के जागरूकता समूह के सदस्यों के सहयोग से इनका निराकरण कराएं। किन्ही का नाम यदि निर्वाचक सूची में दर्ज नहीं हो तो उनका निर्धारित तिथि से पहले फार्म -6 जमा करवाएं एवं मतदान के प्रति उनकी उदासीनता के कारणों को दूर करते हुए संभावित मतदान प्रतिशत की मैपिंग कर प्रतिवेदित करें। वे आज निर्वाचन सदन, धुर्वा से वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों में चल रहे स्वीप कार्यक्रमों की समीक्षा कर रही थी।
उन्होंने कहा कि स्वीप कार्यक्रमों का उद्देश्य है कि कोई भी मतदाता नहीं छूटे। अतएव सभी जिलों के मतदाताओं की विशिष्टता एवं लक्षित समुदायों को ध्यान में रखते हुए संचार माध्यमों का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किया जाना चाहिए। शहरी क्षेत्रों में वोटर अवेयरनेस फोरमों ,शैक्षणिक संस्थानों के ब्रांड एम्बेसडरों, जिलों के इलेक्शन आइकॉन व ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान केन्द्रों के जागरूकता समूहों की क्रियाशीलता के द्वारा हरेक मतदाता तक पहुंचा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कई मतदान केंद्रों के संबंधित क्षेत्र से निर्वाचन सूची में नाम जुड़वाने के लिए एक भी फॉर्म-6 का जमा नहीं हो पाना चिंता का विषय है। संबंधित पदाधिकारी स्वयं व्यक्तिगत रूप से ऐसे मामलों पर त्वरित कार्रवाई करें। इस समीक्षा बैठक में सभी जिलों के उप निर्वाचन पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, स्वीप के नोडल पदाधिकारी, ए.पी.आर.ओ. व एस एम.पी.ओ. को समीक्षा के बाद आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।