मिरर मीडिया : बाबूलाल मरांडी के बयान के बाद झारखंड की राजनीति में NRC का मुद्दा उबल रहा है। सियासत में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी हो गया है। इसी बीच सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बीजेपी के पास अब कोई मुद्दा ही नहीं बचा है वह लोगों को सिर्फ बरगलाने का काम करती है।
बता दें कि झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठिया को लेकर शनिवार को नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने NRC लागू करने को लेकर बयान दिया था जिसके बाद मुद्दा गरमा गया। वहीं इस बयान के बाद CM हेमंत सोरेन ने पलटवार किया है। और NRC लागू किये गए राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा है कि वहां की क्या स्थिति है ये सभी जानते है। उन्होंने कहा कि कौन घुसपैठ कर रहा है कौन नहीं कर रहा है ये हमारा विषय थोड़े है। ये तो केंद्र का विषय है।
उन्होंने कहा कि देश के सीमा के बॉर्डर पर कौन लोग है लेकिन सेना की क्या दुर्दशा है ये पुलवामा का ख़ुलासा हो ही रहा है।
बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर लिखा था कि झारखंड में घुसपैठ की समस्या बहुत विकराल रूप ले रही है।संताल परगना के पूरे इलाके में जनसांख्यिकी परिवर्तन हो रहा है।बांग्लादेशी घुसपैठियों को स्थानीय निवासी बनाया जा रहा है।इस कारण संताल, पहाड़िया आदिवासियों के अस्तित्व पर गहरा संकट मंडरा रहा है।
अपने राजनीतिक हितों को राष्ट्र और अपने जाति-समाज की सुरक्षा से भी ऊपर रखने वाले लोग याद रखें, भाजपा के सत्ता में आते ही चुन चुनकर बांग्लादेशी घुसपैठियों को सीमा के बाहर किया जाएगा।
वहीं झारखंड बीजेपी ने भी ट्वीट कर NRC लागू करने की बात कही है संताल परगना में घुसपैठ के अनगिनत मामले लेकिन राज्य सरकार घुसपैठियों को शह दे रही है। वोट बैंक के लालच में घुसपैठियों को खुली छूट दी जा रही है। आने वाले दिनों में पूरे राज्य का जनसांख्यिकीय संतुलन बिगड़ जाएगा। संताल परगना में मिनी NRC कराना ही इस समस्या का समाधान है-