चीन के वुहान लैब में एक और नए वायरस की खोज हुई है, जिससे दुनियाभर में चिंता बढ़ गई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वायरस जानवरों से इंसानों में फैल सकता है और मानव स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा बन सकता है।
कैसे फैला यह वायरस?
शोधकर्ताओं के मुताबिक, यह नया वायरस उन्हीं रिसेप्टर्स का इस्तेमाल करके शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करता है, जैसे कोरोना वायरस करता था। इसे मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (MERS) नाम से जाना जाता है। 2012 से मई 2024 तक 2600 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से 36% संक्रमित लोगों की मौत हो गई।
चिंता क्यों बढ़ी?
चीन का वुहान लैब पहले भी कोरोना वायरस के कारण चर्चा में रह चुका है। माना जाता है कि कोविड-19 भी इसी लैब से लीक हुआ था, जिसने दुनियाभर में लाखों लोगों की जान ले ली थी। ऐसे में इस नए वायरस की खोज से फिर से वैश्विक महामारी की आशंका गहरा गई है।
भारत पर क्या असर?
कोविड-19 के दौरान भारत में मौतों को लेकर WHO और भारत सरकार के आंकड़ों में अंतर देखा गया था। डब्ल्यूएचओ के अनुसार भारत में 47 लाख लोगों की मौत हुई थी, जबकि सरकार ने यह संख्या 4.8 लाख बताई थी। अब नए वायरस को लेकर भारत समेत दुनिया के सभी देशों में सतर्कता बढ़ा दी गई है।
क्या है आगे की चुनौती?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस वायरस को लेकर सतर्कता बरतनी होगी ताकि कोरोना जैसी वैश्विक तबाही दोबारा न हो। WHO और अन्य स्वास्थ्य संगठनों ने इस पर रिसर्च तेज कर दी है।