झारखण्ड: चंपई सोरेन सरकार ने शुक्रवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। इसमें पहले तीन नए चेहरों को शामिल किया गया था। कैबिनेट में बसंत सोरेन,बैद्यनाथ राम तथा दीपक बिरुआ को जगह दी गई। इनके नाम भी राजभवन भेज दिए गए, लेकिन बाद में कांग्रेस विधायकों के हंगामे को देखते हुए बैद्यनाथ राम के नाम को सूची से हटा दिया गया।
वहीं राजभवन शपथ ग्रहण समारोह में रामेश्वर उरांव, दीपक बिरुआ, बन्ना गुप्ता, बादल, मिथिलेश ठाकुर, बसंत सोरेन, हफीजुल अंसारी, बेबी देवी ने मंत्री पद की शपथ ली। झामुमो कोटे से पांच तथा कांग्रेस कोटे से तीन मंत्रियों ने शपथ ली। हफीजुल ने उर्दू में मंत्री पद की शपथ ली।
राज्यपाल ने बारी-बारी से मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
बता दें कि मंत्रिमंडल में पुराने चेहरों को रखने पर कांग्रेस विधायकों ने खूब आपत्ति जताई। दीपिका पांडेय सिंह, कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह, इरफान अंसारी, अंबा प्रसाद, नमनविक्सल कोनगाड़ी, रामचन्द्र सिंह, भूषण बाड़ा, राजेश कच्छप, पूर्णिमा नीरज सिंह और सोनाराम सिंकू इन सभी विधायकों ने एकजुट होकर दिल्ली जाने की भी बात कही है। कुल 11 विधायक एकजुट हुए है।
इनकी मांग बजट सत्र के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार करने की है। हालांकि, बावजूद इसके राजभवन शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के सभी नाराज विधायक पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रदेश प्रभारी के अनुरोध पर राजभवन आए हैं। उनकी नाराजगी दूर नहीं हुई है। वे अपनी बातों को आलाकमान के पास रखेंगे।