नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर विपक्षी दल सरकार पर लगातार हमला बोल रहे हैं। इसी कड़ी में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने आज जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया है। इस धरने में कांग्रेस, टीएमसी, आरजेडी, जेएमएम, एनसीपी, सपा, AIMIM, डीएमके, अकाली दल, शिवसेना और IUML के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
AIMPLB ने बताया ‘साजिश’, बिल को खारिज करने की मांग
AIMPLB ने इस विधेयक को वक्फ संपत्तियों को हड़पने की साजिश करार दिया है। संगठन ने भारत के मुसलमानों से इस बिल के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है। बोर्ड के प्रवक्ता इलियास ने कहा कि संसदीय समिति ने हमारी राय को दरकिनार कर दिया, जिससे यह साफ है कि सरकार जबरन इस विधेयक को पारित कराना चाहती है।
संसद में भी हंगामे के आसार
बजट सत्र का दूसरा चरण 10 मार्च से शुरू होकर 4 अप्रैल तक चलेगा। आज से संसद की कार्यवाही फिर शुरू हो रही है, जिसमें रेलवे ग्रांट समेत कई रिपोर्टों पर चर्चा होगी। विपक्षी दलों ने संकेत दिए हैं कि वे वक्फ संशोधन विधेयक पर सदन में जोरदार विरोध दर्ज कराएंगे।
सरकार ने विधेयक को पास कराना बताया ‘प्राथमिकता’
इस बीच, सरकार किसी भी हाल में इस विधेयक को पारित कराना चाहती है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था कि इससे मुस्लिम समुदाय से जुड़े कई मुद्दों का समाधान होगा। लोकसभा में विपक्षी विरोध के बावजूद संसदीय समिति की रिपोर्ट पेश की जा चुकी है, जिससे यह साफ है कि सरकार इस बिल को जल्द से जल्द पारित कराने के मूड में है।
क्या है विवाद?
वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर मुस्लिम संगठनों और विपक्षी दलों का कहना है कि इससे वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी। AIMPLB का आरोप है कि सरकार इस विधेयक के जरिए वक्फ संपत्तियों पर नियंत्रण पाना चाहती है, जिसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
आज जंतर-मंतर पर होने वाला प्रदर्शन सरकार के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। अब देखना होगा कि संसद में इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाया जाता है और सरकार इसे पारित कराने में कितनी सफल होती है।