मिरर मीडिया : 1 जून से झारखंड में बिजली महंगी हो गई है। बता दें कि झारखंड विधुत नियामक आयोग ने गुरुवार को बिजली की दरों में 6.50 प्रतिशत की वृद्धि को मंजूरी देते हुए बढ़ा दिया है। 100 यूनिट तक बिजली उपभोग करने वालों को पहले की भांति फ्री मिलती रहेगी।
इधर नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने बिजली की दरों में बढ़ोतरी को लेकर झारखंड की हेमंत सरकार को घेरा है उन्होंने ट्वीट किया है कि
बिजली की लचर व्यवस्थाओं और जीरो सुविधा देने के लिए विख्यात झारखंड का ऊर्जा विभाग ने बिजली की दरें 6.5% बढ़ा दी है।
एक ओर जहां सोरेन सरकार लोगों को मुफ्त और 24 घंटे बिजली देने का झूठा वादा करती रही, उसकी सच्चाई लोग देख रहे हैं।
10-15 घंटे की लोड शेडिंग, लो वोल्टेज जैसी समस्याओं से त्रस्त राज्य की जनता को इस निकम्मी सरकार की ओर से एक और झटका लगा है।
सुविधाओं के मामले में फिसड्डी लेकिन बिजली की दरें बढ़ाने में इतनी तेज़ी!
ये कौन सा फॉर्मूला है? हेमंत सोरेन जी आप खुद ऊर्जा विभाग के मंत्री हैं, लोगों की जेब का ख्याल तो रखा होता।
गौरतलब है कि नई दर के अनुसार शहरी व ग्रामीण आम उपभोक्ताओं को 5 पैसा प्रति यूनिट अधिक बिजली के लिए चुकानी पड़ेगी। जबकि फिक्स्ड चार्ज में भी शहरी उपभोक्ता के लिए 25 और ग्रामीण के लिए 30 रूपये की रूपये बढ़ा दी गई है। वहीं हाईटेंशन स्पेशल सर्विस की बिजली 35 पैसे सस्ती की गई है।