बोकारो, झारखंड: – सेल बोकारो स्टील प्लांट द्वारा प्रशिक्षित 1500 बेरोजगार अप्रेंटिस युवाओं के लिए हर महीने 50 युवाओं को नियोजित करने का समझौता अब विवाद का कारण बनता जा रहा है। ढाई महीने पहले आंदोलन के बाद यह सहमति बनी थी, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की गई है। इसको लेकर बोकारो विस्थापित अप्रेंटिस संघ ने कंपनी प्रबंधन और धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो को चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि अब विस्थापितों का सब्र जवाब दे रहा है।
संघ के नेताओं ने स्पष्ट कहा कि, “एक विस्थापित ने अपनी जान देकर कीमत चुका दी, अब अगर प्रबंधन ने समाधान नहीं किया तो हम लोग जान देने से भी पीछे नहीं हटेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि इस बार वे केवल पिटने के लिए नहीं, बल्कि पारंपरिक हथियारों के साथ आंदोलन के लिए भी तैयार रहेंगे।
गौरतलब है कि प्रेम महतो नामक अप्रेंटिस युवक की सीआईएसएफ और बोकारो स्टील के सुरक्षाकर्मियों द्वारा पिटाई के बाद मौत हो गई थी। इसके बाद बोकारो के उपायुक्त की अध्यक्षता में वार्ता हुई थी, जिसमें प्रति माह 50 अप्रेंटिस युवाओं को नियोजन देने की बात मानी गई थी। लेकिन ढाई महीने बीतने के बाद भी वादे पर अमल नहीं हुआ।
इसी को लेकर विस्थापित युवाओं ने फिर से आंदोलन की राह पर लौटने की तैयारी शुरू कर दी है। हाल ही में हुई बैठक में उन्होंने एक बार फिर चेतावनी दी कि यदि जल्द कोई पहल नहीं की गई तो बोकारो स्टील प्लांट में बड़े आंदोलन की शुरुआत होगी।
संबंधित मांगे:
जल्द से जल्द अप्रेंटिस युवाओं का नियोजन शुरू किया जाए
प्रेम महतो की मौत की न्यायिक जांच हो
विस्थापितों के पुनर्वास और रोजगार की योजनाओं को लागू किया जाए