असम-मिजोरम सीमा विवाद : CRPF की चार टीम तैनात, गृह मंत्रालय रख रही है नज़र
मिरर मीडिया : भारत के दो राज्यों असम और मिजोरम के बीच उत्पन्न हुए सीमा विवाद गहराता हुआ नजर आ रहा है. हालांकि गृह मंत्रालय ने हालात को सुलझाने को लेकर विशेष टीम गठित की है. सीमा विवाद को लेकर हुई हिंसा झड़प पर गृह मंत्रालय बारीकी से नजर बनाए हुए है. फिलहाल हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं. खबर के अनुसार सीआरपीएफ की 4 टीमों को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है, जबकि 6 टीमों को तैयार रहने के लिए कहा गया है.
गौरतलब है कि असम के कछार जिले में सोमवार को भड़की हिंसा के बाद असम पुलिस के कम से कम 5 जवानों की मौत हो गई है. इन घटनाओं में कई लोग घायल भी हुए हैं. राज्य के मुख्यमंत्री शर्मा ने जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने ट्वीट किया, ‘मुझे यह जानकारी देते हुए बहुत ही दुख हो रहा है कि असम पुलिस के 6 बहादुर जवानों ने असम-मिजोरम सीमा पर हमारे राज्य की संवैधानिक सीमा की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की कुर्बानी दे दी है. शोकाकुल परिवारों के साथ सांत्वनाएं हैं.’ मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में मृत पुलिसकर्मियों की संख्या छह बताई थी, हालांकि बाद में पांच पुलिसकर्मियों की मौत की पुष्टि की गई.
जानकारी दे दें कि असम-मिजोरम की सीमा का यह विवाद लगभग सौ साल पुराना है. कारण यह है कि पहाड़ी इलाकों में कृषि के लिए जमीन बहुत कम है. इसीलिए जमीन के छोटे से टुकड़े की अहमियत बहुत ज्यादा होती है. इस बार सीमा पर जुलाई के शुरूआत में असम पुलिस ने कुछ जमीन को अपनी जमीन बताते हुए अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू किया था, उसके बाद से दोनों राज्यों के बीच का यह सीमा विवाद, जो अभी शांत चल रहा था, फिर गरमा गया है. असम पुलिस के एक अफसर ने बताया कि सीमा पार से उपद्रवियों ने उस समय अचानक गोलीबारी शुरू कर दी, जब दोनों पक्षों के अफसर मतभेदों को सुलझाने के लिए बातचीत कर रहे थे. इस हिंसा में कछार के एसपी समेत 50 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
हालांकि इस सीमा विवाद को खत्म करने के लिए 1995 के बाद से कई बार वार्ता हुई है, लेकिन उस वार्ता का कोई विशेष फायदा नहीं हुआ. मिजोरम ने हाल ही में एक सीमा आयोग का गठन भी किया. बीते सप्ताह में गृह मंत्री अमित शाह ने भी पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक भी की थी. जिसके बाद इस मामले के शांत होने की उम्मीद थी