डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : शहर के करीब 95 प्रतिष्ठित निजी स्कूलों में नर्सरी दाखिले के लिए फॉर्म भरने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब सभी स्कूलों में जमा हुए फॉर्म की स्क्रूटनी का काम शुरू होगा। स्क्रूटनी में यह देखा जाएगा कि अभिभावकों द्वारा जमा किए गए दस्तावेज (जैसे जन्म प्रमाण पत्र) सही हैं या नहीं, और क्या वे स्कूल द्वारा निर्धारित अन्य मानदंडों (जैसे आवास से दूरी) को पूरा करते हैं।
लॉटरी से होगा दाखिला, सीटें आरक्षित
स्कूलों द्वारा बताए गए पैरामीटर पर फिट नहीं बैठने वाले बच्चों के फॉर्म को लॉटरी में शामिल नहीं किया जाएगा। लॉटरी के लिए उन्हीं बच्चों के फॉर्म को चुना जाएगा, जो सभी शर्तों को पूरा करते हैं।शिक्षा विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि छांटे गए आवेदन फॉर्म की सूची सार्वजनिक नहीं की जाएगी। अभिभावकों को यह जानने का मौका नहीं मिलेगा कि उनके बच्चे का फॉर्म लॉटरी में शामिल हुआ है या नहीं। स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए सीटें आरक्षित रहेंगी, जिसकी जानकारी उन्हें शिक्षा विभाग को देनी होगी।
लॉटरी की तारीख और जिला प्रशासन की भूमिका
जिला प्रशासन इस बार दिसंबर के पहले सप्ताह में निजी स्कूलों के प्रबंधन के साथ बैठक करेगा। इस बैठक में नर्सरी दाखिले से जुड़ी विभिन्न समस्याओं और लॉटरी की तिथि तय की जाएगी। जिला प्रशासन स्कूलों से लॉटरी की तिथि को लेकर लिखित में जानकारी लेगा। लॉटरी की प्रक्रिया के दौरान जिला प्रशासन बुलावे पर मौजूद रहेगा। लॉटरी पारदर्शी हो, इसके लिए टॉज महासंघ के नेतृत्व में स्कूलों की एक कमेटी निगरानी रखेगी। दिसंबर में कोटे की सीट होगी सार्वजनिक; जिला शिक्षा विभाग कोटे के तहत कितनी सीटें हैं, इसकी सूची विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि दाखिला प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और नियमसंगत हो।

