जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में एक भयावह आतंकी हमला हुआ है, जिसमें 27 से अधिक पर्यटकों की मौत की आशंका जताई जा रही है, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं। यह हमला सुनियोजित तरीके से किया गया और पर्यटकों को धर्म और जाति के आधार पर निशाना बनाया गया। हमले के बाद देशभर में गम और गुस्से का माहौल है।
ISIS जैसी क्रूरता, पर्यटकों से पूछे धर्म-जाति और पढ़वाया कलमा
हमले का तरीका बिल्कुल वैसा ही था जैसा मुंबई 26/11 में देखा गया था। आतंकियों ने पहले लोगों से नाम, धर्म और जाति पूछी, फिर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। कुछ पर्यटकों को कलमा पढ़ने के लिए मजबूर किया गया। यह अंदाज इस्लामिक स्टेट (ISIS) की रणनीति से मेल खाता है, जिसे अब लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन भी अपनाने लगे हैं।
हमले से पहले कई बार की गई रेकी, पुलिस की वर्दी में आए थे आतंकी
सूत्रों के मुताबिक, इस हमले से पहले आतंकियों ने इलाके की कई बार रेकी की थी। हमलावर पुलिस की वर्दी में आए थे जिससे कोई उन्हें संदिग्ध न समझे। माना जा रहा है कि इस हमले में तीन या उससे अधिक आतंकियों का हाथ है और उनके पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का समर्थन है।
हमले के बाद सर्च ऑपरेशन जारी
हमले के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने क्षेत्र को घेर लिया और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। लेकिन आतंकी घटना को अंजाम देकर फरार हो चुके हैं। गर्मियों में जब घाटी में पर्यटकों की संख्या अधिक होती है, तभी आतंकी ऐसे हमले कर घाटी की शांति को भंग करने की कोशिश करते हैं।
श्रीनगर पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह
घटना के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक के बाद तुरंत श्रीनगर के लिए रवाना होने का निर्णय लिया और अब वे श्रीनगर पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा, “इस जघन्य हमले में शामिल एक भी आतंकी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।” श्रीनगर में वे सेना, CRPF, जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के साथ सुरक्षा समीक्षा बैठक करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कड़ा संदेश
पीएम मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि “आतंकियों का नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा। जो लोग इस हमले के पीछे हैं, उन्हें न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।” उन्होंने घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते हुए पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता देने की बात कही।
स्थानीय प्रशासन और नेताओं की त्वरित प्रतिक्रिया
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी घटना को गंभीरता से लिया है। उमर अब्दुल्ला ने भी पहलगाम का दौरा करने का निर्णय लिया है।