बिहार विधानसभा चुनाव की उलटी गिनती शुरु हो गई है। 6 अक्टूबर के बाद कभी भी चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। इस बीच असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने अपने दूसरे उम्मीदवार का नाम घोषित कर दिया है। सीमांचल क्षेत्र के पूर्णिया जिले की बायसी विधानसभा सीट से गुलाम सरवर को मैदान में उतारा गया है। यह वही सीट है जहां 2020 के विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम ने जीत दर्ज की थी हालांकि बाद में विधायक सैयद रुकनुद्दीन अहमद ने पाला बदलकर आरजेडी का दामन थाम लिया था।

ओवैसी ने की गुलाम सरवर को जिताने की अपील
असदुद्दीन ओवैसी सीमांचल क्षेत्र के पूर्णिया जिले की बायसी विधानसभा सीट से गुलाम सरवर को अपना प्रत्याशी बनाया है। असदुद्दीन ओवैसी की सीमांचल न्याय यात्रा शुक्रवार को बायसी पहुंची। असदुद्दीन ओवैसी यहां नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कहा कि गुलाम सरवर को बायसी से जिताने की अपील किया। बायसी पश्चिम चौक एवं सिमलबारी चौक पर सभा को सम्बोधित करते ओवैसी से कहा कि एआईएमआईएम इस बिहार विधानसभा चुनाव बहुत मजबूती से लड़ेगी। उन्होंने आगे कहा कि हम लोग यहां पर मजबूती से चुनाव लड़ेंगे और बीजेपी को सत्ता में आने से रोकेंगे।
ओवैसी ने की पार्टी के दूसरे प्रत्याशी की घोषणा
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए गुलाम सरवर के रूप में अपना दूसरा उम्मीदवार घोषित कर दिया है। पार्टी ने सीमांचल क्षेत्र की बायसी विधानसभा सीट से गुलाम सरवर को मैदान में उतारा है। इससे पहले ओवैसी पूर्वी चंपारण की ढाका विधानसभा सीट से उम्मीदवार की घोषणा कर चुके हैं। खास बात यह है कि मुस्लिम राजनीति की पहचान रखने वाली एआईएमआईएम ने ढाका से एक हिंदू प्रत्याशी को उतारा है। राणा रणजीत राजपूत समाज से आते हैं और इस समय जोरशोर से प्रचार में जुटे हैं।
कौन हैं गुलाम सरवर?
गुलाम सरवर वर्ष 2020 का विधानसभा चुनाव निर्दलीय लड़े थे। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में उनको करीब 5 हजार वोट मिले थे। वे चौथे नंबर पर रहे थे। 2015 में भी सरवर को ओवैसी की पार्टी ने बायसी से टिकट दिया था। 2015 में उनको 16 हजार वोट मिले थे। बता दें कि पिछले चुनाव में बायसी से एआईएमआईएम के टिकट पर लड़े रुकुद्दीन अहमद इस सीट पर जीत दर्ज किया था। जो कि बाद में आरजेडी में चले गए।