बिहार एसटीएफ की टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई है। एसटीएफ की टीम ने कुख्यात अपराधी और रणवीर सेना का एरिया कमांडर बूटन चौधरी को धर दबोचा है। बिहार एसटीएफ की टीम ने उसे महाराष्ट्र के मुंबई से दबोच लिया। उस पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित था। बूटन बेलाउर पंचायत में दहशत का पर्याय था। हत्या, रंगदारी और अवैध हथियाररखने जैसे पांच से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं। बूटन का प्रभाव पंचायत चुनावों से लेकर विधानसभा तक रहा है, जिसने बिहार की राजनीति को लंबे समय तक प्रभावित किया।

पुलिस ने 2 लाख का इनाम घोषित किया था
बता दें कि तीन महीने पहले ही वह बीडीसी सदस्य दीपक साह की हत्या के मामले में जेल से बाहर आया था। बूटन चौधरी के लगातार फरार रहने और कई वारदातों में संलिप्त पाए जाने के बाद पुलिस मुख्यालय ने उसके खिलाफ 2 लाख का इनाम घोषित कर रखा था। STF की टीम ने गुप्त सूचना पर मुंबई में उसे गिरफ्तार किया।
बूटन चौधरी पर कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज
बूटन चौधरी, जो कि रणवीर सेना का पूर्व एरिया कमांडर रह चुका है, के खिलाफ पांच से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसकी गिरफ्तारी को बिहार पुलिस की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि वह लंबे समय से फरार चल रहा था। एसटीएफ के अनुसार, अप्रैल 2025 में बूटन के भोजपुर के गांव बेलाउर स्थित घर से AK-47 राइफल, 43 जिंदा कारतूस, दो मैगजीन, इंसास राइफल की दो मैगजीन और एक हैंड ग्रेनेड बरामद किया गया था। इससे पहले, वह 2016 में भी AK-47 और पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया था।
दहशत का पर्याय बूटन टौधरी
बूटन चौधरी इलाके में AK-47 और आधुनिक हथियारों के शौक के लिए कुख्यात रहा है। आरा और आसपास के इलाकों में उसका नाम दहशत का पर्याय बन चुका था। ग्रामीणों के मुताबिक पंचायत चुनाव से लेकर आपसी विवाद तक, बूटन अक्सर हथियारों के दम पर वर्चस्व जमाने की कोशिश करता रहा।