बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर टिकट बंटवारे ने राज्य का सियासी पारा बढ़ा दिया है। एनडीए में सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला गठबंधन के सहयोगी दलों को पच नहीं रहा है। पहले हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के मांझी और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी नाराजगी जताई वहीं अब गठबंधन के अहम दल जनता दल यूनाइटेड में भी घमासान मचा हुआ है। इस बीच जदयू विधायक गोपाल मंडल, नीतीश कुमार के आवास 1 अणे मार्ग पर धरने पर बैठ गए।

जेडीयू विधायक का हाई वोल्टेड ड्रामा
भागलपुर के गोपालपुर विधानसभा सीट से जनता दल यूनाइटेड से विधायक गोपाल मंडल ने दावा किया वे अपने नेता और बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मिले बिना वापस नहीं लौटेंगे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बिना अपॉइंटमेंट के अंदर जाने से मना कर दिया है। जिसके बाद उन्होंने पटना में हाई वोल्टेड ड्रामा शुरू कर दिया है। जदयू विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल सोमवार को अचानक सीएम हाउस के बाहर धरने पर बैठ गए।
टिकट काटने की साजिश का आरोप
गोपाल मंडल को इस बात की भनक लग चुकी थी कि इस दफे उनका टिकट कटने के पूरे आसार हैं। इसको लेकर वो पटना पहुंचे।उन्होंने कहा कि उनका टिकट काटने की साजिश हो रही है। मुख्यमंत्री आवास में बैठे हुए कुछ लोग उन्हें बेटिकट करना चाहते हैं।
जदयू के वरिष्ठ नेताओं को खिलाफ साजिश का आरोप
गोपाल मंडल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैं मुख्यमंत्री से मिलना चाहता हूं। मैं सुबह से इंतजार कर रहा हूं। मुझे चुनाव का टिकट मिलेगा। टिकट लिए बिना मैं यहां से नहीं जाऊंगा। गोपाल मंडल ने कहा कि जदयू के कुछ वरिष्ठ नेता मेरे खिलाफ राजनीति कर रहे हैं। वह मेरा टिकट काटना चाहते हैं इसलिए वह आजकल मेरे विरोधी अजय मंडल उर्फ बुलो मंडल के संपर्क में हैं। वह उन्हें टिकट देना चाह रहे हैं। मैंने सीएम नीतीश कुमार को अपना नेता माना है। मुझे पूरा भरोसा है कि वह न्याय करेंगे।

