महागठबंधन में टिकट की खींचतान जारी है। इस बीच रविवार को लालू यादव के सरकारी आवास पटना 10 सर्कुलर रोड पर भी एक राजद नेता मदन शाह ने जमकर हंगामा किया। टिकट के लिए पूर्व प्रत्याशी मदन साह ने अपना कुर्ता फाड़ लिया। वे सड़क पर ज़ार-ज़ार रोते नजर आए। मधुबन विधानसभा से आरजेडी नेता मदन शाह 2020 में भी चुनाव लड़ चुके हैं. लेकिन इस बार, राजद से टिकट नहीं मिलने पर बौखला गए हैं।

राजद के टिकट के लिए लाइन में लगे उम्मीदवार मदन साह रविवार की सुबह 10 सर्कुलर रोड यानी लालू-राबड़ी आवास पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने अपना कुर्ता फाड़ दिया। जमीन पर लोट-लोट कर रोने लगे। जब मीडिया ने उनसे इसके बारे में पूछा तो मदन साह ने कहा, 2020 में, लालू जी ने मुझे रांची बुलाया। तेली समुदाय की जनसंख्या के संबंध में एक सर्वेक्षण करवाया था फिर उन्होंने कहा कि मदन शाह मधुबन निर्वाचन क्षेत्र से रणधीर सिंह को हराएंगे। लालू जी बोले कि तुम ही उसको हराएगा। मीसा बोलीं कि भइया आप ही वहां से चुनाव लड़िएगा। उनके पति ने भी वादा किया। मैं 90 के दशक से पार्टी के लिए काम कर रहा हूं।
2025 में पार्टी से टिकट देने का वादा किया गया था
हंगामा कर रहे राजद नेता मदन शाह का कहना है कि लालू प्रसाद यादव ने खुद मुझसे वादा किया था कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मुझे पार्टी से टिकट दिया जाएगा। मैंने पूरे क्षेत्र में पार्टी के लिए मेहनत की, लेकिन जब टिकट बंटवारा हुआ तो मेरा नाम सूची में नहीं था।
संजय यादव को लेकर कही बड़ी बात
रोते-रोते मदन साह ने बड़ी बात कह दी। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव टिकट बांट रहे हैं। मदन साह ने आरोप लगाते हुए कहा कि तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव पर टिकट बेचने का गंभीर आरोप लगाया। संजय यादव यह सब कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा के एजेंट संतोष कुशवाहा को टिकट दिया। वो बीजेपी का दलाल है। ये सब संजय यादव कर रहा है। एक और आदमी है इंजीनियर सुनील, वो भी इन सबमें शामिल है।
टिकट के लिए दो करोड़ सत्तर लाख रुपये की मांग के आरोप
मदन साह का आरोप है कि कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के करीबी व राज्यसभा सांसद संजय यादव ने मुझसे दो करोड़ सत्तर लाख रुपये की मांग की थी। पैसे नहीं देने पर मेरा टिकट काट दिया गया। मैं बर्बाद हो गया हूं। बेटा-बेटी की शादी तक टाल दी थी चुनाव के लिए। उन्होंने कहा- संजय यादव ने मधुबन विधानसभा से टिकट देने के एवज में ₹2.70 करोड़ मांगे, रकम नहीं तो टिकट किसी और को दे दिया है।
महागठबंधन में खींचतान जारी
बिहार चुनाव के पहले फेज की वोटिंग में सिर्फ 19 दिन बाकी हैं। 20 अक्टूबर को पहले फेज के चुनाव के लिए नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन है, लेकिन महागठबंधन में अब तक सीट शेयरिंग को लेकर साझा बयान नहीं आया। कांग्रेस 53 उम्मीदवार उतार चुकी है। पहली लिस्ट में 48 नाम थे, शनिवार को जारी दूसरी लिस्ट में 5 नाम थे। रविवार को आरजेडी ने अपनी पहली ऑफिशियल लिस्ट जारी की है, जिसमें नामांकन कर चुके 52 कैंडिडेट्स के नाम हैं।

