बिहार में इन दिनों “पंचायत” का एक अलग ही सीजन चल रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) विधायक भाई वीरेन्द्र का एक ऑडियो वायरल होने से विवाद खड़ा हो गया है। मनेर प्रखंड के पंचायत सचिव संदीप कुमार को बीडीओ ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह कार्रवाई आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र की शिकायत के बाद की गई है। वहीं, दूसरी तरफ पंचायत सचिव ने भाई वीरेंद्र के खिलाफ एसी-एसटी थाने में मामला भी दर्ज कराया है।

24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश
दरअसल, 26 जुलाई को विधायक ने शिकायत की थी कि सचिव ने फोन पर उनसे बात करते समय अशिष्ट और अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया। इसके बाद बीडीओ ने इसे सरकारी नियमों और एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि के प्रोटोकॉल के खिलाफ माना। नोटिस में सचिव से साफ कहा गया है कि वे 24 घंटे के भीतर जवाब दें कि आखिर उन्होंने विधायक से बात करते वक्त ऐसा व्यवहार क्यों किया। नोटिस में लिखा गया है कि सचिव का यह रवैया ‘सरकारी सेवा आचरण नियमावली’ का उल्लंघन है और इसे गंभीरता से लिया जा रहा है।
भाई वीरेंद्र के खिलाफ एसी-एसटी थाने में केस दर्ज
वहीं, इससे पहले पंचायत सचिव संदीप कुमार ने विधायक भाई वीरेंद्र के खिलाफ एसी-एसटी थाने में केस दर्ज कराया है। अपनी शिकायत में उन्होंने भाई वीरेंद्र के खिलाफ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। कहा है कि विधायक ने ने जूते से मारने की बात कही है, जिसके बाद से वो डरे हुए हैं और मानसिक उत्पीड़न भी झेल रहे हैं। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। इस घटना से भाई वीरेंद्र की मुश्किलें भी बढ़ती दिख रहीं हैं।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, मनेर से आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने अपने क्षेत्र की रहने वाली रिंकी देवी के पोते के मृत्यु प्रमाण पत्र के बारे में जानकारी लेने के लिए कॉल किया था। संदीप कुमार जो बलुआ पंचायत में पंचायत सचिव के रूप में कार्यरत हैं एवं सराय पंचायत का अतिरिक्त प्रभार हैं, जो मनेर प्रखंड में आता है। पंचायत सचिव ने भाई वीरेंद्र से उनका परिचय पूछ लिया, जिसके बाद वो भड़क गए थे। विधायक और पंचायत सचिव के बीच फोन पर बातचीत के दौरान हुई बहस इतनी बढ़ गई कि राजद के मनेर से विधायक भाई वीरेंद्र ने पंचायत सचिव को जूता से मरने तक की धमकी दे दी।