बिहार में 18वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो गया। सत्र 1 दिसंबर से पांच दिसंबर तक चलेगा। सोमवार को पहले दिन नवनिर्वाचित विधायकों को सदन में शपथ दिलाई गई। विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई।

छह विधायक शपथ नहीं ले पाए
पहले दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा चुनाव में जीत कर आये विधायकों ने एक एक कर शपथ लिया। प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव सभी को शपथ दिलाईं। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शपथ लिया। करीब छह विधायक शपथ नहीं ले पाए। वह मंगलवार को शपथ लेंगे।
इन विधायकों ने उर्दू और मैथिली में ली शपथ
विधायक अरुण शंकर प्रसाद, सुजीत पासवान, विनोद नारायण झा, आसिफ़ अहमद, माधव आनंद, मीणा कुमारी, नीतीश मिश्रा और सबसे कम उम्र की विधायक मैथिली ठाकुर ने मैथिली भाषा में शपथ ली। मैथिली ठाकुर ने मिथिला पेंटिंग वाली साड़ी और पाग पहन कर आईं। वहीं विधायक आबिदुर रहमान, कमरूल होदा, सरबर आलम, विधायक व एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान और विधायक मुर्शीद आलम ने उर्दू में शपथ ली।
एआईएमआईएम के एक विधायक ने ली हिंदी में शपथ
एआईएमआईएम के 5 विधायक इस बार चुनकर बिहार विधानसभा पहुंचे हैं। लेकिन 1 दिसंबर को असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के एक विधायक का शपथ ग्रहण चर्चा का केंद्र रहा। जहां, बाकी मुस्लिम विधायक उर्दू या अरबी का इस्तेमाल कर हे थे वहीं एक एमएलए ने हिंदी में शपथ ली। वह और कोई नहीं बल्कि बायसी में गुलाम सरवर हैं। बता दें कि उनके अलावा जोकीहाट सीट से मुर्शीद आलम, अमौर सीट से एआईएमआईएम प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान, बहादुरगंज से तौसीफ आलम और कोचाधामन में सरवर आलम ने चुनाव जीता है।
हाईटेक हुई विधानसभा
इधर, इस बार विधानसभा में कई बड़े बदलाव किए गए हैं। इस सत्र के साथ ही बिहार विधानसभा अब हाईटेक हो गई है। सदन की प्रत्येक सीट पर डिजिटल टैब स्थापित किए गए हैं, जिसके माध्यम से विधायक प्रश्नोत्तर, प्रस्ताव, विधेयकों की प्रतियां और अन्य सभी दस्तावेज सीधे टैब पर देख सकेंगे। यह कदम विधानसभा की कार्यवाही को पेपरलेस बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

