चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्राशंत किशोर ने आरजेडी प्रमुख लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा। पीके ने आरजेडी पर वंशवाद और जातिवाद की राजनीति करने का गंभीर आरोप लगाया। जनसुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव को निशाने पर लेते हुए कहा कि तेजस्वी यादव और उनके पिताजी लालू प्रसाद यादव एक ही बात जानते हैं- जाति और भाजपा के खिलाफ डर, इसके अलावा ना यह कुछ पढ़े ना कुछ सीखे ना कभी कुछ बात किया।
पीके ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि तेजस्वी यादव महागठबंधन का सीएम चेहरा हैं। यह एक परिवार आधारित पार्टी है और इस पर किसी चर्चा की जरूरत नहीं है, क्योंकि सभी जानते हैं कि यह लालू यादव की पार्टी है और उनके बेटे ही इसका चेहरा होंगे। बिहार में कांग्रेस की कोई भूमिका नहीं है।
लालू-तेजस्वी पर गंभीर आरोप
लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी पर और कटाक्ष करते हुए किशोर ने कहा, तेजस्वी यादव और उनके पिता बस दो चीजें जानते हैं, भाजपा के खिलाफ जाति और धार्मिक कट्टरता की बात करना। इसके अलावा उन्होंने न तो कुछ पढ़ा और न ही सीखा। वह बेतुके बयान देते रहते हैं। प्रशांत किशोर ने दोनों पिता-पुत्र पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग हमेशा कुछ ना कुछ ऐसा करने की सोचते रहते हैं कि समाज में जाति के नाम पर धर्म के नाम पर उत्पात होता रहे और इसका फायदा इनको कुछ होता रहे। ये कोई विकास की बात तो कर नहीं सकते हैं।
तेजस्वी पर पीके का कटाक्ष
तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि तेजस्वी यादव रोजगार और पढ़ाई की बात तो कर नहीं सकते। कोई उद्योग धंधे की बात तो कर नहीं सकते हैं। ना कोई विचार है ना कोई प्रयास है। लालू जी के लड़के हैं कुछ ऊलजुल बोलते रहो। लालू प्रसाद का बनाया हुआ पहले का राजद दल है और उसमें भी विशुद्ध रूप से जातियों का जमावड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ जातियां साथ में आ जाएं हमको नेता मान ले।
तेजस्वी के दी ये नसीहत
प्रशांत किशोर यहीं वहीं रूके। उन्होंने तेजस्वी यादव को यादवों के लिए ही कुछ करने की नसीहत दे डाली। पीके ने कहा कि यादव में जो गरीब लोग हैं, उन्हीं को 2 लाख दिलवा दो। जातीय जनगणना हुई, जिसमें यादव में भी बहुत सारे लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं, उन गरीब यादव परिवारों को मदद कर दो। या उनको भी छोड़ दीजिए राघोपुर में जो गरीब यादव समाज के लोग हैं आप उन्हीं को मदद कर दो।