बिहार के सभी पुलिस लाइनों में आवासीय विद्यालय खोले जाएंगे। यहां पुलिसकर्मियों के बच्चों को पढ़ाई, ड्रेस और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। बिहार के उपमुख्यमंत्री सह गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने ये ऐलान किया है।

अत्याधुनिक आवासीय विद्यालय खोले जाएंगे
राजधानी पटना के पुलिस मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री सह गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों के लिए बड़ी घोषणा की। सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार की हर पुलिस लाइन में जवानों के बच्चों के लिए अत्याधुनिक आवासीय विद्यालय खोले जाएंगे। इन स्कूलों में ड्रेस से लेकर जरूरी शैक्षणिक सुविधाएं सरकार उपलब्ध कराएगी।
पुलिसकर्मियों के परिवार को लेकर सरकार चिंतित
गृहमंत्री चौधरी ने कहा कि पुलिसकर्मियों के स्थानांतरण के दौरान उनके बच्चों की पढ़ाई सबसे बड़ी चिंता होती है। उन्होंने कहा कि पुलिस लाइन में आवासीय विद्यालय खुलने से इस समस्या का समाधान होगा और बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराई जा सकेगी। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों की ड्यूटी आठ घंटे से अधिक की होती है और प्रदेश की सुरक्षा की बड़ी जिम्मेदारी उनके कंधों पर होती है। उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए सरकार आवासन, भोजन और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दे रही है।
पुलिस लाइनों में चलेगी ‘जीविका दीदी’ की रसोई
सम्राट चौधरी ने यह भी घोषणा की कि पुलिस लाइनों में भोजन व्यवस्था की समस्या को दूर करने के लिए जीविका दीदियों के माध्यम से रसोई व्यवस्था सभी जिलों में जल्द लागू की जाएगी। डिप्टी सीएम ने बताया कि 30 जनवरी से पहले पटना पुलिस लाइन की तर्ज पर राज्य की शेष 39 पुलिस लाइन में ‘जीविका दीदी की रसोई’ की सुविधा शुरू कर दी जाएगी। इससे पुलिसकर्मियों को स्वच्छ और सुलभ भोजन मिलेगा और ग्रामीण महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा।

