बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन एक तकनीकि खराबी के कारण सदन की कार्यवाही में रुकावट आ गई। 18वीं बिहार विधानसभा के पहले सत्र के तीसरे दिन सेंट्रल हॉल में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का अभिभाषण शुरू होते ही ऑडियो सिस्टम में खराबी आ गई। जिसके कारण राज्यपाल का भाषण भी बाधित हुआ। राज्पाल बोल रहे थे, लेकिन उनकी आवाज़ किसी भी सदस्य तक नहीं पहुंच रही थी।

बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सेंट्रल हॉल में आयोजित संयुक्त बैठक के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण की शुरुआत के कुछ ही मिनट बाद साउंड सिस्टम अचानक काम करना बंद कर दिया। पूरे सदन में मौजूद विधायकों, मंत्रियों और अधिकारियों को राज्यपाल की आवाज साफ-साफ सुनाई नहीं दे रही थी। इस अप्रत्याशित तकनीकी गड़बड़ी ने कार्यवाही को कुछ समय के लिए बाधित कर दिया और विधानसभा कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।
माइक बंद होने से सीएम नीतीश हुए नाराज
पहले 15 मिनट तक कोई भी सदस्य गवर्नर की आवाज नहीं सुन सका। राज्यपाल अपना अभिभाषण पढ़ते रहे, लेकिन पूरा सदन में बैठा रहा। जब लगातार मिनटों तक आवाज नहीं आई, तो सदस्य सीटों से खड़े होकर हंगामा करने लगे। विपक्ष ही नहीं, सत्ता पक्ष के विधायक भी नाराज़ दिखे। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तकनीकी स्टाफ की ओर गुस्से से देखते रहे और अधिकारियों को तुरंत दिक्कत ठीक करने के निर्देश देते दिखाई दिए।
ऑडियो दुरुस्त होने के बाद सुना गया अभिभाषण
करीब 15 मिनट बाद तकनीकी टीम ने माइक दुरुस्त किया, तब जाकर राज्यपाल का अभिभाषण सुना जा सका। ऑडियो दुरुस्त होने के बाद राज्यपाल ने सरकार की उपलब्धियों और आने वाले पांच वर्षों की योजनाओं का खाका पेश किया। उन्होंने नौकरियों, विकास, और नई परियोजनाओं पर सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। इससे पहले संयुक्त सत्र की शुरुआत में राज्यपाल के आगमन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुके देकर उनका स्वागत किया। विधानसभा अध्यक्ष प्रेम कुमार और विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह भी मौजूद रहे।

