मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना सिटी स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में तिब्बी कॉलेज अस्पताल भवन के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। सीएम नीतीश ने 264 करोड़ रुपये की लागत से 200 बेड वाले राजकीय तिब्बती चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट अनावरण कर कार्यारंभ किया। यह भवन बीएससी नर्सिंग स्कूल और राजकीय फार्मेसी संस्थान के पीछे लगभग दस एकड़ भूमि पर निर्मित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने अस्पताल और महाविद्यालय परिसर का निरीक्षण करने के बाद कहा कि राजकीय तिब्बी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का निर्माण कार्य तेजी से एवं अच्छे ढंग से कराएं। राज्य के हर नागरिक को सुलभ, सस्ती एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है। जनता को सस्ता इलाज उपलब्ध करवाना हमारी प्राथमिकता है।राज्य के आम जन को आयुर्वेदिक, होमियोपैथी, यूनानी जैसी उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भी कार्य किया जा रहा है।
देश का सबसे बड़ा यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने बताया कि निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद यह देश का सबसे बड़ा यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय बन जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आयुष चिकित्सा को बढ़ावा दिए जाने के उनके सपने को हर हाल में पूरा किए जाने का संकल्प दोहराते हुए बिहार सरकार द्वारा इस दिशा में लगातार काम किए जाने की बात कही. इस अवसर पर स्थानीय विधायक सह विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने एनडीए सरकार का आभार प्रकट करते हुए पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र को सर्वाधिक विकास का केंद्र करार दिया।
2027 में निर्माण पूरा होने का लक्ष्य
10 एकड़ भूमि पर 264 करोड़ की लागत से बनने वाले राजकीय तिब्बी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल को वर्ष 2027 में पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अस्पताल का भवन निर्माण कार्य पूरा कर लिए जाने के बाद राजधानी पटना के कदमकुआं इलाके में चल रहे तिब्बी कॉलेज को यहां शिफ्ट कर दिया जाएगा, जबकि कदमकुआं स्थित तिब्बी कॉलेज के भवन को राजकीय आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय को सौंप दिया जाएगा, ताकि वह और बेहतर रूप में काम कर सके।