Bihar: दो वोटर आईडी पर घिरे विजय सिन्हा, चुनाव आयोग ने नोटिस जारी करके 14 अगस्त तक मांगा जवाब

Neelam
By Neelam
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बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। विजय सिन्हा पर 2 वोटर कार्ड रखने का आरोप लग रहा है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के पास दो EPIC नंबर होने का आरोप लगाया था। अब सिन्हा दो जिलों लखीसराय और पटना की वोटर लिस्ट में नाम होने के मामले में फंस गए हैं। चुनाव आयोग ने इस मामले में उन्हें नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा है। चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर 14 अगस्त की शाम 5 बजे तक जवाब मांगा है।

चुनाव आयोग की नोटिस में क्या ?

चुनाव आयग ने नोटिस में कहा है कि विशेष गहन पुनरीक्षण, 2025 के दौरान प्रकाशित प्रारूप निर्वाचक सूची में विजय कुमार सिन्हा का नाम 182-बांकीपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 405, मतदाता सूची क्रम संख्या 757, ईपिक नंबर AFS0853341 पर दर्ज है। इसके साथ ही उनका नाम 168-लखीसराय विधानसभा क्षेत्र, लखीसराय में भी दर्ज पाया गया है, जहां उनका ईपिक नंबर IAF3939337 है।

बांकीपुर के निर्वाची पदाधिकारी ने सिन्हा से सवाल किया है कि वोटर लिस्ट में उनका नाम दो जगह क्यों है? उन्हें 14 अगस्त तक जवाब देने को कहा गया है। चुनाव आयोग यह जानना चाहता है कि उनका नाम बांकीपुर और लखीसराय दोनों जगहों की वोटर लिस्ट में कैसे है?

चुनाव आयोग ने स्पष्टीकरण मांगा

आयोग ने नोटिस में यह स्पष्ट किया है कि एक व्यक्ति का नाम एक समय में केवल एक ही विधानसभा क्षेत्र की वोटर लिस्ट में दर्ज हो सकता है। दो अलग-अलग जगह नाम दर्ज होना जनप्रतिनिधित्व अधिनियम और चुनाव आचार संहिता के तहत नियमों का उल्लंघन है। चुनाव आयोग ने विजय कुमार सिन्हा से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है और कहा है कि वो निर्धारित समय सीमा के अंदर अपना पक्ष प्रस्तुत करें।

विजय सिन्हा ने दी सफाई

वहीं, विजय सिन्हा ने कहा कि पहले मेरा और मेरे पूरे परिवार का नाम पटना में सूचीबद्ध था। अप्रैल 2024 में मैंने अपना नाम लखीसराय विधानसभा में जुड़वाने के लिए आवेदन किया। साथ ही, पटना से नाम हटाने के लिए भी फॉर्म भरा। मेरे पास इसका प्रमाण है। किसी कारणवश मेरा नाम वहां से हट नहीं पाया, इसलिए मैंने बीएलओ को फोन किया और एक लिखित आवेदन भी दिया तथा उसकी रसीद भी ली। मेरे पास दोनों दस्तावेज हैं। मेरा डिलीशन फॉर्म रिजेक्ट कर दिया गया। मैं केवल एक ही जगह से वोट करता हूं। पिछली बार भी मैंने लखीसराय से ही मतदान किया था। मैंने केवल लखीसराय से ही SIR फॉर्म भरा है। मैं उम्र संशोधन के लिए फॉर्म भी पहले ही भर चुका हूं। अब विपक्ष मुझे बदनाम करने की साजिश रच रही है। 

तेजस्वी यादव ने बोला था हमला

इससे पहले बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने विजय सिन्हा को लेकर एक्स पोस्ट किया था और कहा था, “है मोदी जी के खासमखास बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री विजय सिन्हा,  ये दो अलग-अलग जिलों की दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के दो अलग-अलग जगह के मतदाता हैं। लखीसराय जिले के लखीसराय विधानसभा क्षेत्र से और पटना जिले की बांकीपुर, विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से। इनके पास दो दो अलग-अलग EPIC है। लखीसराय जिले के लखीसराय विधानसभा क्षेत्र से इनका EPIC ID नंबर- IAF3939337 और पटना जिले की बांकीपुर, विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से इनका EPIC ID- AFSO853341 है। लखीसराय निर्वाचन विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची के अनुभाग संख्या-1 के क्रमांक संख्या- 274 में इनका नाम पंजीकृत है। जबकि बांकीपुर, विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अनुभाग संख्या-4 के क्रमांक संख्या- 757 में इनका नाम पंजीकृत है। बांकीपुर, विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की पुरानी मतदाता सूची जो जनवरी में प्रकाशित है उसमें अनुभाग संख्या-4 के क्रमांक संख्या-815 में इनका नाम पंजीकृत है।”

तेजस्वी ने कहा था, “इनके चुनावी हलफनामे में भी बांकीपुर, विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के क्रमांक का ही जिक्र है। ये दो अलग-अलग चरण में आयोजित चुनावों में दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में दो बार मतदान करते है। दोनों जगह इनकी दो अलग-अलग उम्र है। एक जगह इनकी आयु 57 वर्ष है तो दूसरी जगह 60 वर्ष है। क्या यह फर्जीवाड़ा और आयु घोटाला नहीं है? इन्होंने दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में दो अलग-अलग गणना प्रपत्र भरे है।”

तेजस्वी ने कहा था, “दोनों जगह अलग-अलग गणना प्रपत्र पर इन्होंने हस्ताक्षर किए है। अर्थात् जानबूझकर इन्होंने दो अलग-अलग जगह दो वोट बनवाए है। अगर इन्होंने दोनों जगह गणना प्रपत्र पर स्वयं साइन नहीं किए तो क्या चुनाव आयोग ने ख़ुद फर्जी हस्ताक्षर के दम पर इनके दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में दो अलग-अलग वोट बनाए है? दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों की ड्राफ्ट सूची में इनका नाम भी आ गया है। क्या चुनाव आयोग ने जानबूझकर बीजेपी समर्थकों के वोट इसी पैटर्न पर बनवाए है? चुनाव आयोग ने दो जगह से इनका नाम कैसे ड्राफ्ट सूची में डाल दिया? क्या इनको दो अलग-अलग नोटिस जारी होंगे या विपक्ष के लिए ही इनके नियम है?”

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