Bihar:क्या सपा की “साइकिल” बनेगी लालू के सुपुत्र का सहारा? तेज प्रताप और अखिलेश यादव के बीच वीडियो कॉल पर हुई बात

Neelam
By Neelam
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साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बिहार का सियासी माहौल गर्म है। उस पर लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव लगातार सियासी पारे को चढ़ाने का काम कर रहे हैं। अब राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से निकाले गए तेज प्रताप यादव और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के बीच वीडियो कॉल बातचीत हुई है। जिसने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है।

चुनाव से पहले अखिलेश से मिलेंगे तेज प्रताप

बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने समाजवादी पार्टी प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से वीडियो कॉल पर बातचीत की है। इस बातचीत में दोनों नेताओं ने आगामी चुनाव, बिहार की राजनीति और आपसी संबंधों पर चर्चा की। तेज प्रताप ने यह भी कहा कि चुनाव लड़ने से पहले वह लखनऊ जाकर अखिलेश यादव से मुलाकात करेंगे।

वीडियो कॉल पर क्या हुई बात?

वीडियो कॉल के दौरान अखिलेश यादव ने तेज प्रताप से पूछा, तुम कहां से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हो?’ इस पर तेज प्रताप ने कहा, चुनाव से पहले लखनऊ आकर आपसे मिलूंगा। तेज प्रताप ने कहा कि लखनऊ आने से पहले एक-दो दिन पहले कॉल कर जानकारी देंगे। इस दौरान अखिलेश ने गाड़ी में पीछे बैठे कुछ नेताओं से भी तेज प्रताप की बात करवाई।

ऐसा लगा जैसे मैं अपनी इस लड़ाई में अकेला नहीं-तेज प्रताप

इस बातचीत का वीडियो खुद तेज प्रताप ने अपने एक्स पर साझा किया है। सपा प्रमुख से बातचीत के बाद तेज प्रताप ने कहा कि मेरे परिवार के सबसे प्यारे सदस्यों में से एक यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से वीडियो कॉल पर लंबी वार्ता हुई है। इस दौरान बिहार के राजनीतिक हालातों पर भी चर्चा हुई है। तेज प्रताप यादव ने कहा, अखिलेश यादव हमेशा से ही मेरे दिल के काफी करीब रहे हैं और अब जब मेरा हालचाल लेने के लिए उनका अचानक से कॉल आया तो ऐसा लगा जैसे मैं अपनी इस लड़ाई में अकेला नहीं हूं।

क्या अखिलेश बनेंगे तेज प्रताप की नई उम्मीद?

आरजेडी और परिवार से छह साल के लिए बाहर होने के बाद तेज प्रताप के लिए अपने सियासी करियर को आगे बढ़ाने की चिंता जरूर है। लालू परिवार के नाता तोड़ने के बाद तेज प्रताप यादव के लिए निश्चित रूप से अखिलेश यादव एक सियासी सहारा बनकर सामने आए हैं, क्योंकि पिता लालू यादव और छोटे भाई तेजस्वी यादव ही नहीं बल्कि पार्टी के नेता भी तेज प्रताप से दूरी बनाए हुए हैं। ऐसे में तेज प्रताप के लिए अखिलेश एक नई उम्मीद बनकर सामने आए हैं।

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