बिहार में दो महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राहुल गांधी वोटर अधिकार यात्रा निकाल रहे हैं। कांग्रेस के नेतृत्व में बिहार के एसआईआर के खिलाफ शुरू की गई वोटर अधिकार यात्रा में बुधवार को तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन शामिल हुए। स्टालिन ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ मुजफ्फरपुर में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में हिस्सा लिया। इससे पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी बुधवार को वोट अधिकार यात्रा में शामिल हुए।

राहुल गांधी ने बुधवार को बिहार के मजफ्फरपुर में एक रैली को संबोधित किया। उनके साथ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी शामिल हुए। इस दौरान राहुल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव आयोग की मदद से चुनाव जीते हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और लोकसभा चुनावों में धांधली हुई है। राहुल गांधी ने कहा कि उनके पास अब इस बात के सबूत हैं। वे जल्द ही इन सबूतों को सबके सामने रखेंगे।
स्टालिन ने मतदाता सूची से नामों को हटाने को खतरनाक बताया
मुजफ़्फरपुर पहुंची इस यात्रा में शामिल हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने पना भाषण तमिल में दिया। जिसे हिंदी में अनुवाद कर सुनाया गया। इस पर भीड़ ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, यात्रा के दौरान एक सभा में स्टालिन ने मतदाता सूची से नामों को हटाने को खतरनाक बताया। उन्होंने कहा, बिहार का नाम आते ही हमें लालू प्रसाद यादव जी याद आते हैं। सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता ही उनकी पहचान है। स्टालिन ने कहा कि अगर बिहार विधानसभा चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हुए तो इंडिया गठबंधन ज़रूर जीतेगा। डीएमके अध्यक्ष स्टालिन अपनी बहन और पार्टी सांसद कनिमोझी के साथ बिहार पहुंचे थे।
राहुल ने बिहार आने पर जताया स्टालिन का आभार
राहुल गांधी ने बिहार में एसआईआर मुद्दे पर विपक्ष की एकजुटता की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि बिहार में जिस तरह विपक्ष ने मिलकर मजबूती दिखाई है, वही ताकत सत्ता में बैठे लोगों को बाहर का रास्ता दिखाएगी। राहुल गांधी ने इस मौके पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन और डीएमके सांसद कनिमोझी का आभार व्यक्त किया। राहुल ने कहा कि इतनी गर्मी के बावजूद बिहार आकर उन्होंने जिस तरह से हमारा साथ दिया है, वह सराहनीय है। आने वाले दिनों में हमारी सरकार बनेगी और जनता का समर्थन देश में नई क्रांति लाएगा। यह लड़ाई सांप्रदायिक ताकतों और वोट की चोरी करने वालों से है, जिसमें सभी दल एकजुट होकर साथ दे रहे हैं।
स्टालिन के पुराने बयान पर गरमायी राजनीति
महागठबंधन ने इन नेताओं ने एकजुट होकर विपक्ष की ताकत दिखाने की कोशिश की। लेकिन इसी दौरे ने विवाद को जन्म दे दिया। बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। ये विवाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के उस पुराने बयान से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने बिहार और उत्तर भारत के लोगों पर टिप्पणी की थी। स्टालिन ने कुछ साल पहले कहा था कि ‘बिहार और उत्तर भारत के लोग तमिलनाडु आकर काम छीनते हैं। बीजेपी का कहना है कि बिहारियों को गाली देने वाले नेताओं को यहां आने का हक नहीं है।
बिहार का अपमान करने वालों के साथ राहुल-तेजस्वी-संतोष सिंह
बिहार सरकार के मंत्री संतोष सिंह ने इस कार्यक्रम को लेकर तेजस्वी यादव और राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर ऐसे व्यक्ति को बिहार क्यों बुलाया गया जिसने कभी बिहार और बिहारियों का अपमान किया था। मंत्री संतोष सिंह ने कहा, बिहार का अपमान करने वालों के साथ खड़े होकर तेजस्वी और राहुल गांधी ने पूरे बिहार का अपमान किया है। इन्हें बिहार की जनता से माफी मांगनी चाहिए। संतोष सिंह ने आगे कहा कि बिहार की जनता किसी भी कीमत पर ऐसे लोगों को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने जनता से अपील की कि अपमान का जवाब उसी भाषा में दिया जाए, जैसा अपमान किया गया है।