देश: एक राष्ट्र –एक चुनाव को लेकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने देश में एक साथ चुनाव कराने को लेकर गठित पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द की अध्यक्षता वाली समिति को अपने सुझाव सौंपे और लोकसभा, विधानसभा व स्थानीय निकायों में एक साथ चुनाव कराने की पैरवी की।
अपने सुझाव में पार्टी ने कहा कि इससे विकसित भारत की आकांक्षा को साकार करने में मदद मिलेगी। साथ ही सभी चुनावों के लिए एक ही मतदाता सूची का भी आह्वान किया।
वहीं मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में नड्डा ने कहा कि ‘एक देश एक चुनाव ऐसी अवधारणा है जिसका समय आ गया है और अमृत काल में इस विचार को लागू करके हमें हमारे युवाओं को शासन का माडल ढांचा उपलब्ध कराना चाहिए।
नड्डा ने कहा कि बार-बार चुनाव होने से धार्मिक, जातिगत एवं राजनीतिक विभाजन होने के साथ-साथ राजनीतिक अस्थिरता पैदा होती है। एक साथ चुनाव से कारपोरेट और विदेशी निवेश को बढ़ावा मिलेगा। देश का संघीय ढांचा भी मजबूत होगा।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने प्रस्ताव किया है कि अगर तीनों चुनाव तत्काल एक साथ कराना संभव न हो तो पहले लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराए जा सकते हैं। लेकिन दीर्घकाल में स्थानीय निकायों के चुनाव भी लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव के साथ कराए जाने चाहिए अन्यथा बार-बार लागू होने वाली आदर्श आचार संहिता की वजह से इसका मकसद विफल हो जाएगा।
नड्डा ने आगे कहा कि समिति को एक साथ चुनाव कराने के लिए आम सहमति बनानी चाहिए, साथ ही विश्वास जताया कि इस पर सभी लोग एक साथ आगे बढ़ेंगे। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और द्रमुक समेत प्रमुख विपक्षी दलों ने इस विचार का यह कहते हुए कड़ा विरोध किया है कि यह देश के संघीय ढांचे पर हमला है।