सीमा पर बीएसएफ का कड़ा प्रहार, मवेशी तस्करी और घुसपैठ की कोशिशें नाकाम

Manju
By Manju
3 Min Read

डिजिटल डेस्क।कोलकाता: भारत-बांग्लादेश सीमा पर सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने तस्करी और अवैध घुसपैठ के कई प्रयासों को विफल कर दिया है। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना, मालदा और नदिया जिलों में विभिन्न अभियानों के दौरान बीएसएफ ने तस्करों और घुसपैठियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।

BSF के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय ने एक बयान में बताया कि इन ऑपरेशनों में, उत्तर 24 परगना जिले से घुसपैठ की कोशिश कर रहे सात अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को खदेड़ दिया गया। इसके अलावा, लगभग 91 हजार रुपये का अवैध सामान, जिसमें प्रतिबंधित दवाएं शामिल थीं, और 8.2 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया। BSF ने विशेष रूप से, 30 मवेशियों को तस्करी से बचाया, जिन्हें भारत से बांग्लादेश ले जाने का प्रयास किया जा रहा था।

88वीं बटालियन की सीमा चौकी इटाघाटी क्षेत्र में मिली गोपनीय सूचना के आधार पर तड़के लगभग 4:30 बजे जवानों ने 20-22 तस्करों को मवेशियों के साथ तारबंदी की ओर तेजी से बढ़ते देखा। जवानों की चेतावनी और पीछा करने पर, तस्कर अंधेरे, कीचड़ और दलदली जमीन का फायदा उठाकर भाग निकले। गहन तलाशी के दौरान, कुल 17 बड़े और आठ मध्यम आकार के भैंस बरामद किए गए।

इसके अलावा 71वीं बटालियन के जवानों ने सीमा चौकी बोयराघाट इलाके में तस्करी को नाकाम करते हुए चार मवेशियों को बचाया, और सीमा चौकी सोवापुर क्षेत्र से एक मवेशी को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया।
अन्य अभियानों में, नदिया जिले में तैनात 146वीं बटालियन की सीमा चौकी नरसरीपारा के जवानों ने 8.2 किलोग्राम गांजा जब्त किया। वही 143वीं बटालियन ने प्रतिबंधित दवाइयों की एक खेप जब्त की।

जब्त किए गए मवेशियों को ई-टैगिंग के बाद ध्यान फाउंडेशन को सौंप दिया जाएगा। बरामद दवाइयां और अन्य अवैध सामग्री आगे की कार्रवाई के लिए कस्टम कार्यालय को सौंप दी गई हैं। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआइजी और प्रवक्ता एनके पांडे ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल तस्करी और अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए लगातार कड़े कदम उठा रहा है, जिसके कारण तस्करों और घुसपैठियों के मंसूबे लगातार नाकाम हो रहे हैं।

Share This Article