मिरर मीडिया : शहरवासियों को मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण विभाग के मंत्री हेमंत सोरेन ने नये वर्ष का उपहार के रूप में गयापुल के समानांतर नये अंडरपास का दिया है। इसके निर्माण के रूप में अंतिम बाधा को दूर करते हुए मुख्यमंत्री ने इसके निर्माण के लिए शुक्रवार को प्रशासनिक स्वीकृति दे दी।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सिटी सेंटर से लेकर बरवाअड्डा सड़क की बेहतर गुणवत्ता के साथ मरम्मती के लिए भी प्रशानिक स्वीकृति देते हुए अगले वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पहले दोनों कार्य पूर्ण करा लेने का निर्देश दिया है।
इससे संबंधित आदेश को लेकर सरकार के संयुक्त सचिव पथ निर्माण विभाग ने झारखंड के प्रधान महालेखाकार को पत्र लिखा है। वहीं इससे संबंधित निर्णय की जानकारी उपायुक्त संदीप सिंह ने पत्र को ट्विट करते हुए शुक्रवार की देर शाम दी।
इस बारे में पूछे जाने पर उपायुक्त ने बताया कि दोनों कार्यों के लिए सरकार को नवंबर में पत्र लिखा गया था। जिसका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री सह विभागीय मंत्री ने अपनी प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है। इसके साथ ही गयापुल अंडरपास के समानांतर एक और अंडरपास के निर्माण का रास्ता अब साफ हो गया है। जल्द ही इन दोनों काम के लिए निविदा निकालने की प्रक्रिया शुरु कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि गयापुल अंडरपास के समानांतर बनने वाले दूसरे पुल के साथ ही सिटी सेंटर बरवाअड्डा सड़क की मरम्मत पर आनेवाले खर्च को जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट से राशि लेकर किया जाएगा। गया पुल अंडरपास पर जहां 23,84,81,900 रुपये की लागत आएगी, वहीं बरवाअड्डा सड़क की मरम्मत पर 24.08 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
उपायुक्त ने बताया कि गयापुल अंडरपास के लिए इस वित्तिय वर्ष में विभिन्न मद में 950 लाख रुपये खर्च कर 40 प्रतिशत भाैतिक लक्ष्य को पाने की कोशिश की जाएगी। वहीं अगले वित्तिय वर्ष 2023-24 में शेष बचे 60 प्रतिशत भौतिक कार्य को 14,34,81,900 रुपये खर्च कर पूरा किया जाएगा।
इसी बीच प्रधान महालेखाकार को भेजे गए पत्र में स्पष्ट किया गया है कि गयापुल अंडरपास के निर्माण पर आनेवाले कुल लागत को डीएमएफटी से वहन किया जाएगा। जिसे जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट के प्रबंध समिति के अध्यक्ष सह उपायुक्त के माध्यम से पथ निर्माण विभाग, पथ प्रमंडल धनबाद के कार्यपालक अभियंता को दिया जाएगा। पूरा काम डिपोजिट वर्क के रुप में संपादित होगा।

