ED द्वारा भेजे गए समन के ख़िलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे CM हेमंत सोरेन
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मिरर मीडिया : जमीन घोटाला मामले में ED द्वारा की जा रही जांच अब सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक पहुँच गए हैं। तभी तो दो-दो दफा समन भेज पूछताछ के लिए बुलाया है। हालंकि मुख्यमंत्री उपस्थित नहीं हुए और ED द्वारा 24 अगस्त को उपस्थित होने के लिए दूसरी बार भेजे गए समन के ख़िलाफ वे सुप्रीम कोर्ट पहुँच गए।
आपको बता दें कि जमीन से जुड़े मामले में पहले 14 अगस्त को समन भेजकर ED की ओर से पूछताछ के लिए बुलाया गया था उस वक्त भी वे कुछ कारणों का हवाला देकर उपस्थित नहीं हुए जबकि दोबारा ED ने 24 अगस्त को समन भेजकर उपस्थित होने के लिए बुलाया था।
हालांकि CM सोरेन को पहली बार ईडी की ओर से तलब नहीं किया गया है। पिछले साल नवंबर 2022 में भी जांच एजेंसी ईडी की ओर से सोरेन से अवैध खनन मामले में पूछताछ की गई थी। मुख्यमंत्री दो अलग-अलग केस में ईडी की जांच के दायरे में हैं।
खबर के अनुसार सीएम सोरेन से उनकी और उनके परिवार की संपत्तियों के बारे में पूछताछ करना चाह रही है। जमीन घोटाले को लेकर कहा जा रहा है कि इस मामले में रांची के चेशायर होम रोड में सरकारी जमीन और सेना की जमीन फर्जी दस्तावेजों के जरिए खरीदने और बेचने का आरोप है। इस घोटाले में हेमंत सोरेन के परिवार के शामिल होने का दावा किया जा रहा है।
बता दें कि जमीन घोटाले से जुड़े मामले की जांच रांची प्रमंडल के तत्कालीन आयुक्त नितिन मदन कुलकर्णी की रिपोर्ट के आधार पर हो रही है। रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि फर्जी नाम और पते के जरिए सेना की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया गया है।
वहीं इस चर्चित घोटाले के मामले में ईडी अबतक 14 लोगों को गिरफ्तार गिरफ्तार कर चुकी है। गिरफ्तार लोगों में सीएम के बेहद करीबी प्रेम प्रकाश, रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल और न्यूक्लियस मॉल के मालिक विष्णु अग्रवाल जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
गौरतलब है कि रांची के चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन और बरियातू रोड स्थित सेना की 4.55 एकड़ जमीन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए खरीद-फरोख्त करने किये जाने के मामले में मुख्य आरोपी निलंबित आईएएस छवि रंजन ने रांची के बजरा मौजा के खाता 140 की करीब 7.16 एकड़ जमीन की रसीद एक ही दिन में 80 साल पुरानी तारीख में कटवा दी थी।