
डिजिटल डेस्क। धनबाद: आईआईटी आईएसएम के माइनिंग टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब द्वारा उन्नत खनन प्रौद्योगिकियों और व्यक्तिगत प्रभावशीलता पर ओडिशा माइनिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ओएमसी लिमिटेड) के अधिकारियों के लिए एक सप्ताह तक चलने वाला सतत व्यावसायिक विकास (सीपीडी) कार्यक्रम की शुरूआत सोमवार को संस्थान के इनोवेशन हब में हुई।
खनन और संबद्ध इंजीनियरिंग के विशिष्ट विषयों में प्रशिक्षण प्राप्त करने की जरूरतों और रुचि को पूरा करने के लिए विकसित और अनुकूलित कार्यक्रम का उद्घाटन सब्यसाची मोहंती, निदेशक (तकनीकी), ओएमसी लिमिटेड निदेशक आलोक पाल, आईआईटी आईआईएम के निदेशक जेके पटनायक की उपस्थिति में किया गया।
इस प्रशिक्षण में ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में विशेषज्ञ व्याख्यान, ऑनसाइट अनुभव से प्राप्त शिक्षण सामग्री का उपयोग करके बातचीत, गतिविधि आधारित और समस्या समाधान उन्मुख सत्र शामिल हैं।

प्रशिक्षण के दौरान माइनिंग इंजीनियरिंग के 15 और भूविज्ञान के 5 सहित कुल मिलाकर 20 वरिष्ठ अधिकारियों को आईआईटी (आईएसएम) के संकाय सदस्यों और टेक्समीन और इसके उद्योग भागीदारों के विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा, जो प्रतिभागियों के लिए न केवल ज्ञान प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि बातचीत करना, चर्चा करना और जुड़ने का अवसर भी प्रदान करता है ।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि सब्यसाची मोहंती ने कहा कि सीपीडी के दौरान सत्र प्रतिभागियों को उन्नत खनन प्रौद्योगिकियों के विभिन्न पहलुओं का पता लगाने और उनकी व्यक्तिगत प्रभावशीलता बढ़ाने के साथ समन्वयन में मदद मिलेगा ।
वहीं, निदेशक (मानव संसाधन) आलोक पाल ने प्रतिभागियों को ज्ञान प्राप्त करने और स्वयं के व्यावसायिक विकास के लिए सीपीडी कार्यक्रम का पूरा लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।
साथ आईआईटी (आईएसएम) के निदेशक प्रोफेसर जेके पटनायक ने सीपीडी के आयोजन में टेक्समीन के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम अकादमिक संस्थान और उद्योग के संबंधों को और मजबूत करने में मदद करते हैं, जिससे दोनों को लाभ होगा।
आईआईटी आईएसएम के उप निदेशक प्रोफेसर धीरज कुमार ने कहा कि नियमित रूप से बदलती प्रौद्योगिकी के साथ अधिकारियों के लिए प्रौद्योगिकी के मोर्चे पर नवीनतम घटनाओं के संपर्क में रहना अनिवार्य है और ऐसे कार्यक्रम इस उद्देश्य को पूरा करने में मदद करते हैं।