डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : टाटा मोटर्स के ठेका प्रतिष्ठान मेसर्स बीवीजी द्वारा 10 वर्षों से कार्यरत ठेका मजदूरों को 1 जुलाई से काम से हटाए जाने के विरोध में एटक (AITUC) से संबद्ध टेल्को मजदूर यूनियन के बैनर तले मजदूरों ने आंदोलन की घोषणा की है। इन मजदूरों की जगह नए श्रमिकों से काम लिया जा रहा है, जिससे पुराने मजदूरों में भारी असंतोष है।
बारीगोड़ा स्थित यूनियन कार्यालय में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए 1981 के टाटा मोटर्स ठेका मजदूर आंदोलन के प्रमुख रहे एस. विश्वकर्मा ने मजदूरों की मांगों को जायज ठहराया। उन्होंने कहा कि टाटा मोटर्स प्रबंधन को इन मजदूरों के भविष्य पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, जिन्होंने लंबे समय तक कंपनी की सेवा की है।
एटक के राज्य सचिव और टेल्को मजदूर यूनियन के महासचिव अंबुज कुमार ठाकुर ने बताया कि इस मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री को भी जानकारी दी जाएगी, ताकि राज्य बनाने वाले मजदूरों की दुर्दशा पर ध्यान दिया जा सके। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रबंधन ने इस मुद्दे पर सकारात्मक रुख नहीं अपनाया, तो एटक का राज्य नेतृत्व भी इस आंदोलन में शामिल होगा। इस कार्रवाई के खिलाफ मजदूर 22 जुलाई से टाटा मोटर्स के गेट पर आंदोलन शुरू करेंगे। इस संबंध में राज्य के श्रम मंत्री और संबंधित अधिकारियों से भी शिकायत की जाएगी।